नई दिल्ली, (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा पूरी तरह से जुट गई है। चुनावी रणनीति को लेकर पार्टी अलग अलग तरह से लोगों को साधने की कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में आज लखनऊ में प्रबुद्ध वर्ग का सम्मेलन आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपना संबोधन दिया। सीएम योगी ने कहा कि हमारे लिए दल से महत्वपूर्ण देश है। भाजपा के लिए मात्र सत्ता प्राप्त करना और शासन करना लक्ष्य नहीं है। भाजपा उन मूल्यों और आदर्शों को लेकर राजनीति में आई है जिनपर भारतीय समाज की आस्था, जीवन और भविष्य टिका है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश में हर तीसरे, चौथे दिन बड़ा दंगा होता था। कोई ऐसा जिÞला नहीं बचा था जहां बड़े दंगे न हुए हों। पर्व और त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से नहीं मनाए जा सकते थे। बहन बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं थी। शासन की योजनाओं पर सरकार के संरक्षण में डकैती डाली जाती थी। उन्होंने कहा कि सदी की इस महामारी के दौरान अमेरिका के मुकाबले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का कोरोना प्रबंधन बेहतरीन रहा। मोदी ने पूर्वोत्तर राज्यों के साथ संवाद स्थापित किया जो आजादी के बाद से अधूरा था।
सपा पर हमला करते हुए योगी ने कहा कि जब उत्तर प्रदेश बेहाल रहता था तब सैफई में नाच-गाने का मंचन होता था। उन्होंने कहा कि अब कोई माफिया किसी सरकारी या गरीब की जमीन पर कब्जा नहीं कर पा रहा है। प्रयागराज में 100 एकड़ भूमि हमारे सुपुर्द की गई है। पहले हम देश के राज्यों में छठवीं अर्थव्यवस्था थे, लेकिन हम छलांग लगाकर दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने हैं। जब हम सरकार में आए तब 75 जनपदों में से मात्र 12 जनपदों में मेडिकल कॉलेज थे और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं थीं। अगर तब कोरोना महामारी आ गई होती तो प्रदेश की क्या हालत होती।
योगी ने कहा कि यूपी ने जिन लोगों को प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचाया है। वह लोग यूपी से बाहर जाते हैं तो यूपी की बुराई करते हैं। देश से बाहर देश पर टिप्पणी करते हैं। देवी-देवताओं पर टिप्पणी करना, राम और कृष्ण को नकार जाना उनकी प्रवृत्ति का हिस्सा है, अब कोई एक्सीडेंटल हिन्दू होगा तो यही तो होगा। उत्तर प्रदेश ने कोरोना प्रबंधन का मॉडल सेट किया है। देश में जब आपदा आती है तो एक पार्टी के लोग इटली भाग जाते हैं।


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