पटना: राष्ट्रपति रामनाथ कोविद शुक्रवार की सुबह 10.25 बजे गांधी मैदान स्थित खादी मॉल पहुंचे। उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने राष्ट्रपति से खादी मॉल देखने का आग्रह किया था। तीन दिवसीय पटना दौरे पर आए राष्ट्रपति को खादी मॉल काफी पसंद आया। उन्होंने अपने लिए पैजामा-कुर्ता और पत्नी के लिए खादी की दो साड़ियां खरीदीं। राष्ट्रपति ने बिहार खादी ग्रामोद्योग द्वारा संचालित मॉल को देखने के बाद कहा कि ऐसा मॉल हर जगह होना चाहिए। मंत्री ने कहा कि इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। खादी के विस्तार के लिए वे प्रयासरत हैं।
गुरुद्वारा, महावीर मंदिर और बुद्ध स्मृति पार्क भ्रमण करने के बाद राष्ट्रपति अपने परिवार के साथ खादी मॉल पहुंचे। वहां उद्योग मंत्री ने मॉल में खादी के कपड़े के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रपति मॉल के सभी तल पर गए और खादी के नए-नए डिजाइन के कपड़े देखे। इस दौरान उनकी पत्नी को खादी की दो साड़ियां पसंद आईं, जिसे उन्होंने खरीदा। एक साड़ी की कीमत 32 सौ रुपये थी। राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे प्रसन्नता हो रही है कि बिहार में खादी को बढ़ावा देने के लिए अच्छा प्रयास चल रहा है। इससे बुनकरों को रोजगार तो मिलेगा ही, खादी अलग-अलग डिजाइन में बाजार में उपलब्ध होगी। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर खादी मॉल को सजाया गया था। उनके सम्मान में बिहार खादी ग्रामोद्योग की ओर से बड़े-बड़े पोस्टर भी लगाए गए थे।
उद्योग मंत्री ने राष्ट्रपति के खादी मॉल के दौरे के बाद कहा कि उन्होंने यहां आकर बुनकरों का सम्मान किया है। बुनकरों के कारण ही खादी अपने नये स्वरूप में दिख रही है। राष्ट्रपति गरीबों और बुनकरों से प्यार करते हैं। उन्होंने खादी को बढ़ावा दिया है। खादी और गांधी का पुराना संबंध है। प्रधानमंत्री भी खादी को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने खादी मॉल का भ्रमण कर बुनकरों का हौसला बढ़ावा है, इसके लिए मैं उनके प्रति अभारी हूं। मंत्री ने कहा कि मैं पूरे देश से कह रहा हूं कि बिहार आइए। पटना के खादी मॉल आइए। एक बार तो बिहार आइए देखिए क्या परिवर्तन हो रहा है।


More Stories
यह तो संविधान का अपमान भी है
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली