नई दिल्ली, (एजेंसी)। रूस और भारत के रिश्ते और भी मजबूत होने वाले है। बता दें कि, रूसी संघीय सेवा (एफएसएमटीसी) के निदेशक दिमित्री शुगेव ने कहा है कि, जल्द ही रूस भविष्य में भारत और चीन को अपने अत्याधुनिक एस-500 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम का निर्यात कर सकता है। एक खबर के मुताबिक, रूस की सेना को भी एस-500 मिसाइल प्रणाली का पहला बैच मिलने वाला है और इसकी जानकारी खुद 1 नवंबर को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दिया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस एस -500 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम का निर्यात करने की योजना बना रहा है और इस मिसाइल का परीक्षण भी पूरा हो चुका है। निदेशक दिमित्री शुगेव ने बताया कि, भारत रूस का काफी समय से रणनीतिक साझेदार है। बता दें कि, भारत, चीन और अन्य देश की यह साझेदारी काफी लंबे समय से चल रही है। गौरतलब है कि, रूस ने भारत के साथ पहले ही एस-400 का अनुबंध किया हुआ है और एस-400 का पहला बटालियन सेट 2021 के अंत तक भारत को सौप दिया जाएगा।
रूस की एस-500 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम अगली पीढ़ी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। इस मिसाइल की रेंज लगभग 600 किमी यानि कि 370 मील है। एस-500 प्रोमोटी को अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ-साथ हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलों और विमानों को रोकने और नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। एस-500 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम 10 बैलिस्टिक हाइपरसोनिक लक्ष्यों का पता लगाने और एक साथ उन्हें निशाना बनाने में भी सक्षम है।


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