चेन्नई, (एजेंसी)। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच में तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार ने ‘अम्मा मिनी क्लिनिक’ को बंद कर दिया है। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ‘अम्मा मिनी क्लिनिक’ अस्थायी थे और जिन डॉक्टरों को इसके लिए भर्ती किया गया था, उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया है और उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर से संबंधित कार्यों में तैनात किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ‘अम्मा मिनी क्लिनिक’ अस्थायी योजना थी, जिसे बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने तो क्लीनिकों के लिए नर्सों की नियुक्ति तक नहीं की थी। इसीलिए अम्मा मिनी क्लीनिक को बंद कर दिया गया। लेकिन सभी 1,820 डॉक्टरों को दूसरी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों का कार्यकाल मार्च तक बढ़ा दिया गया है और उनका इस्तेमाल कोरोना के नए वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ के हालातों को संभालने के लिए किया जाएगा।
कोरोना महामारी के बीच में साल 2020 में उस वक्त की पलानीस्वामी सरकार ने ‘अम्मा मिनी क्लीनिक’ की शुरूआत की थी। यह प्रदेश के गरीब और ज्यादा आबादी वाले इलाकों में स्थापित की गई थी। इसका उद्देश्य प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराना था। इन क्लिनिकों में दवाईयों के अलावा छोटे-मोटे आॅपरेशन करने के लिए उपकरण भी उपलब्ध कराने की बात कही गई थी। हाल के दिनों में अम्मा मिनी क्लीनिक का इस्तेमाल वैक्सीनेशन सेंटर के तौर पर हो रहा था। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने बताया कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन खुद मुफ्त में मास्क बांट रहे हैं और लोगों से इसे पहनने की अपील कर रहे हैं। इसके बावजूद अगर लोगों ने मास्क नहीं पहना तो उन पर जुमार्ना लगाया जाएगा।


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