गोपालगंज में नाव पलटने से एक महिला की मौत 8 लोग लापता 4 लोगों ने तैरकर बचाई जान
गोपालगंज। गंडक नदी में शनिवार को नाव पलटने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि 8 अन्य लोग लापता हो गए हैं। नाव में सवार लोग तैरकर जान बच निकले, उधर घटना की सूचना मिलने पर एसडीओ उपेंद्र कुमार पाल सीओ विजय कुमार सिंह वीडियो पंकज कुमार शक्तिधर जादोपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर लापता लोगों की तलाश में गोताखोर लगाए हैं। मौके पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया है। एनडीआरएफ की टीम को बुलाने की मांग पर ग्रामीण अरे हुए हैं।
खेतों में काम करने के लिए निकले थे ग्रामीण
शनिवार की सुबह नौ बजे खाना खाने के बाद रोज की तरह अपने अपने खेतों में काम करने के लिए हीरापाकड़ जाने के लिए निकले थे। नाव पर क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने के कारण नदी की धारा में जाते ही डूब गई। नाव के डूबते ही चित्कार मच गई। बड़ी मुश्किल से रजोखर नवादा के पिंटू प्रसाद, कोटवा के प्रभुनाथ प्रसाद, झूलन सिंह की पत्नी विमलावती देवी तथा सुनील कुमार किसी तरह तैर कर अपनी जान बचाई, जबकि कोटवा के विक्रम सिंह की पत्नी उषा देवी की मौत हो गई।
नाव डूबने से कौन-कौन लोग लापता है
नगर थाने के कोटवा गांव की हीरालाल कुमार, मानिकपुर की अंजली कुमारी, अजीत कुमार हीरापाकड़ गांव के देवेंद्र सिंह के पुत्र रोहित कुमार, पत्नी निर्मला देवी कोटवा गांव के रघुनाथ प्रसाद की पत्नी राजकली देवी, बेटा सचिन कुमार आदि लापता हो गए। लापता लोगों की तलाश लगातार स्थानीय नाविक और गोताखोर कर रहे हैं। आठ किलोमीटर के रेंज में नदी को खंगालने का काम चल रहा है। पुलिस कप्तान मनोज कुमार तिवारी ने एक की मौत की पुष्टि की है।
क्या कहते हैं चश्मदीद
घटना के संबंध में रघुनाथ प्रसाद का कहना है कि हादसा होने के बाद अपने पुत्र और भाभी को नदी के बाहर निकाल रहा था, इसी बीच अन्य लोग मेरे बेटे और भाभी के शरीर पर चढ़ गए और उनका हाथ पकड़ लिया है, जिससे मेरे बेटा और भाभी के साथ मैं खुद भी नदी में डूबने लगा मेरी आंखों के सामने हीरालाल और राजकली देवी हाथों से छूट गए और गहरे पानी में चले गए, उसके बाद से दोनों लापता हो गए। गंडक नदी के किनारे घाट पर बैठकर फूट-फूटकर रोते हुए अधिकारियों से अपने बेटे और भाभी को नदी से निकालने के लिए गुहार लगा रहे हैं। मानिकपुर पंचायत के रोज अखंड नवादा गांव के रहने वाले पिंटू प्रसाद नाव पर सवार थे और तैर कर बाहर तो निकल गए। लेकिन उनके भाई अवध प्रसाद के पुत्र अजीत कुमार और अंजली कुमारी को नहीं बचा सके। नदी से पार कर बाहर निकले और भतीजी की मौत रो रहे थे अधिकारियों से बार-बार नदी से बाहर निकालने की गुहार लगा रहे थे पिन्टू प्रसाद के मुताबिक नदी के उस खेती का काम चल रहा था, परिवार के सदस्य गेहूं के खेत में काम करने के लिए नाव से नदी पार कर रहे थे, इसी दौरान ओवर लोडिंग होने के कारण हादसा हो गया।
8 लोग अब भी लापता
रघुनाथ प्रसाद और रजोखर नवादा गांव की पिंटू प्रसाद दोनों नाव पर सवार थे और घटना के चश्मदीद है। पुलिस ने इन दोनों से लापता लोगों के बारे में जानकारी ली है। इन्हीं लोगों के द्वारा बताया गया कि नाव पर 12 लोग सवार थे। इनमें एक महिला की मौत हो गई और 4 लोग जान बचाकर बाहर निकल गए, जबकि 8 लोग लापता है।


More Stories
मुख्यमंत्री ने शहीद मोहम्मद इम्तियाज के पैतृक गांव जाकर दी श्रद्धांजलि, शहीद के परिजन को 50 लाख रूपये सम्मान राशि का सौंपा चेक, पुत्र को मिलेगा सरकारी नौकरी
विधानसभा चुनाव: सारण में ईवीएम का चल रहा एफएलएसी कार्य का भारत निर्वाचन आयोग के सचिव और केरल के डिप्टी सीइओ पहुंचे जांच में, कहा: सराहनीय चल रहा कार्य
आधुनिक भारत में शिक्षा का विकास