राष्ट्रनायक न्यूज।
मंगल को सेनापति का स्थान दिया जाता है।वैदिक ज्योतिष में मंगल को भूमिपुत्र तथा जमीन का कारक माना जाता है। यह क्रूर एवं तेजस्वी ग्रह है। इसका तत्व अग्नि है। इनकी गणना पुरुष श्रेणी में राखी जाती है। समाज में अत्याचार के विरुध्द अपना आवाज भी रखता है।जीवन के जंग जितने के लिए मंगल की आवश्यकता है।शारारिक और मानसिक शक्ति मंगल प्रदान करता है। इनके मित्र चंद्रमा ,सूर्य गुरु है। कुंडली में अलग -अलग भाव में अपना अलग -अलग फल भी देते है।इनको भेड़ की आकृति का माना गया है। तथा इनकी दिशा पूरब माना गयाहै। रंग लाल है। इनका स्थान ऊपर का रहता है।जिनकी कुंडली में मंगल शुभ है. तो शुभ फल देगा अशुभ है तो शुभ फल में कमी आएगी।
कब करेगे गोचर :
मंगल का गोचर वृष राशि में 10 अगस्त 2022 दिन बुधवार समय रात्रि 09 :45 मिनट पर करेगे। मंगल अपने राशि मेष राशि से निकलकर। गोचर वृष राशि में करेगे। ज्योतिष के अनुसार मंगल साहस, शौर्य, क्रोध, युद्ध, शत्रु, अस्त्र-शस्त्र, दु्र्घटना, भूमि आदि का कारक होता है। आइए जानते हैं मंगल के परिवर्तन से बारह राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मेष
इस राशि में मंगल दुसरे भाव में गोचर करेगा। यह भाव से यह जानते है वाणी ,धन ,कुटुंब स्वाद का देखा जाता है। आँख के पास चोट लगेगा। आपकी बोलचाल ठीक रहेगी। लेकिन दुसरे को पसंद नहीं आएगा।खाने में तीखी पसंद आएगा। संतान को कष्ट रहेगा। गर्भवती महिला संभल कर रहे। अपने पर ख्याल रखे। विधार्थियों के लिए अनुकूल समय है। रक्त सम्बंधित समस्या रहेगा। आर्थिक -स्थिति के लिए यह अनुकूल समय नहीं है।खर्च पर ध्यान दे। उर्जा बना रहेगा।दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा। यात्रा का योग बनेगी।
वृष
इस राशि में मंगल का गोचर लगन भाव में हो रहा है। इस भाव से शरीर ,बल ,आकर,तथा रंग रूप देखा जाता है।इस भाव में मंगल के गोचर से क्रोध जयादा बढ़ जायेगा।माता का कष्ट रहेगा। प्रोपटी में लाभ होगा। दाम्पत्य जीवन मे उतार -चढ़ाव बना रहेगा। कुछ नये करने का भरपुर योग बन रहा है। विदेश व्योपार जो कर रहे है। उनको भरपुर लाभ मिलेगा। माता के साथ संबंध ठीक रहेगा। माता का पूरा सहयोग मिलेगा। किसी से लेन देन नहीं करे। नये प्रेमिका मिल सकती है। वाहन चलाते समय ध्यान रखे।
मिथुन
इस राशि में मंगल का गोचर बारहवे भाव में हो रहा है।यह भाव खर्च ,हानी ,जेलयात्रा ,कोर्ट- कचहरी विदेश यात्रा इसी भाव से देखते है इसमे मंगल के गोचर से भाई -बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा।अपने शौक पर पूरा ध्यान रहेगा। धन खर्च ज्यादा होगा। स्वास्थ ठीक रहेगा। पुरानी बिमारी परेशानी करेगा। पत्नी के साथ उतार -चढ़ाव बना रहेगा। परिवार के मिलाकर रखे।घर के बुजुर्गो का प्यार बना रहेगा। रक्त सम्बंधित समस्या बनेगा।सोच -समझ कर निर्णय ले बेहतर होगा।
कर्क
इस राशि में मंगल का गोचर एकादश भाव में गोचर कर रहे है। इस भाव से कमाई ,सुख ,इच्छा ,बहु का विचार किया जाता है। भूमि भवन में लाभ देगा। इनकम टेक्स में बचत कराएगा। कुटुम्ब विवाद कराएगा। संतान को कष्ट देगा। शत्रु का नाश करेगा। सोची हुई कार्य पूर्ण होगा। तथा लाभकारी रहेगा।नौकरी में लाभ मिलेगा, साथ ही स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है। आपके कार्य को सराहा जायेगा। सेना ,इंजिनियरिंग जमीनी कार्य ,के क्षेत्र में काम कर रहे है। भरपुर लाभ मिलेगा यह समय ठीक है। भरपुर लाभ ले। विधार्थियों के लिए उतम समय रहेगा।पुरानी बिमारी से छुटकारा मिलेगा।
सिह
सिह राशि के दसवे घर में गोचर करेगे। यह घर कर्म का है पिता का है। यह समय नौकरी, व्योपार करने वाले के लिए उतम रहेगा।भौतिक सुख-सुविधा भरपुर रहेगा। इंजीनियरिंग तथा जमीन,भवन खरीद विक्री करने वाले ,तथा डॉक्टर के लिए यह समय उतम रहेगा।यहाँ से चौथा दिर्ष्टि लगन पर पड़ेगा।नये नौकरी के योग बनेगा। लेकिन गुस्सा पर नियंत्रण करे। स्वास्थ ठीक रहेगा।माता का स्वास्थ थोड़ा बाधित रहेगा।नये वाहन तथा घर की खरीदारी कर सकते है।विधार्थियों के लिए थोडा मुश्किल समय रहेगा। मेहनत करना पड़ेगा। गर्भवती महिला थोडा सचेत रहे।
कन्या
मंगल आपके नौवे भाव में गोचर करेगे ,यह घर धर्म ,पिता भाग्य का घर है। जिसे यह गोचर बहुत उपयोगी समय है। धार्मिक यात्रा होगा। अचानक भाग्य उदय होगा। यहाँ से चौथी दिर्ष्टि बारहवे घर पर है। जो व्याय भाव है। अचानक खर्च बढ़ जायेगे। बिना मतलब का खर्च होंगे। सातवी दिर्ष्टि से मंगल भाई बहन के साथ रिश्ता खुशहाल रहेगा। माता का स्वास्थ में कई उतार-चढ़ाव बने रहेगा। भूमि संबंधिक कार्य में लाभ होगा। पारिवारिक सुख में कमी रहेगी।
तुला
तुला राशि को अष्टम भाव में गोचर करेगे।स्वास्थ, दुर्घटना ,आयु ,पर नजर बनी रहेगा। यह समय स्वास्थ को लेकर चुनौती बनी रहेगी। मानसिक तनाव बना रहेगा। अचानक दुर्घटना होगी वाहन सोच समझ कर चलाये। आपके निर्णय लेने की क्षमता कमजोर होगा। स्वास्थ उतम नहीं रहेगा। दाम्पत्य जीवन में कई उतार चड़ाव बना रहेगा। ससुराल पक्ष से अनबन बना रहेगा। चौथी। दिर्ष्टि एकादश भाव पर है जिसे आर्थिक में कई बार उतार -चड़ाव बने रहेगा। वाणी पर नियंत्रण कर के रखे भाई -बहनों के साथ अनबन बनी रहेगी। अपने अधिकारी से बात चित करते समय कम बात करे। सोच -समझ कर बात करे।
वृश्चिक
वृश्चिकराशि में मंगल सप्तम भाव में गोचर कर रहे है। यह भाव पत्नी ,व्योपार ,पेट सम्बंधित ,साझेदारी के भाव है। इसी भाव में मंगल गोचर कर रहे है।जिसे पत्नी के साथ अनबन बना रहेगा। जिनलोगो का दाम्पत्य जीवन की कलह ज्यादा बन गया है। अपने आप पर नियंत्रण करे।अथवा कोर्ट कचहरी तक मामला जा सकता है। साझेदारी में कार्य कर रहे लाभ होगा। भूमि सम्बंधित कार्य में लाभ तथा ठेक्दारी में विशेष लाभ होगा। अपने स्वास्थ पर ध्यान दे। बाहरी खाना-पीना पर परहेज करे। कुटुंब के साथ विवाद होगा।यह गोचर समय संभल कर रहे।
धनु
इस राशि के छठे भाव में गोचर कर रहे है। यह भाव रोग,शत्रु ,कर्ज का भाव है। इस भाव में मंगल के गोचर से स्वास्थ ठीक रहेगा। पुराना रोग दुर होंगे। जिनको सुगर, पयल्स ब्लाड्पेसर है। अपने स्वास्थ पर ध्यान दे। यहाँ से चौथा दिर्ष्टि नौवे भाव पर होगा। घर में धार्मिक कार्य होंगे। धार्मिक यात्रा बनेगी।छात्रो के लिए अनुकूल समय है। खर्चा बढ़ जाएगी। विदेश यात्रा ,तथा धन का विवाद बढेगा।
मकर
इस राशि में मंगल का गोचर पंचम भाव में गोचर कर रहे है। यह भाव शिक्षा ,संतान, प्रेम संबंध ,का घर है। शिक्षा में ठीक- ठाक रहेगे। संतति सुख में बाधा बनेगा। पारिवारिक कलह बना रहेगा। जो लोग जमीनी तथा डॉक्टर तथा रिसर्च के काम में है। उनके लिए उतम समय है। अपने लक्ष्य को प्राप्त करेगे।कई प्रकार से लाभ देगा।मंगल की आठवी दृष्टि बारहवे घर पर होने के कारण अपव्य जयादा करवाएगा। यात्रा में खर्च बनेगा। जिमेदारी भरपुर बनी रहेगी।
कुम्भ
इस राशि में मंगल चौथे भाव में गोचर कर रहे है। यह भाव माता का सुख ,वाहन ,प्रोपटी सुख का घर है। इस घर में मंगल का गोचर करने से भाई -बहन के साथ रिश्ता मधुर होगा। माता के स्वास्थ मे उतार चढ़ाव बना रहेगा। साथ ही काफी उग्र सव्भाव की हो जाएगी। आपका निर्णय लेने की क्षमता को कमजोर करेगा। जिसे तकलीफ होगी। यहाँ से सप्तम तथा अष्टम की दिर्ष्टि से पत्नी के साथ संबंध ठीक रहेगा। आय ठीक रहेगा। लेकिन खर्च बना रहेगा।नौकरी करने वाले के लिए उतम समय है। कार्य में बदलाव होगा।
मीन
इस राशि में मंगल तीसरे घर में गोचर करेगे। यह भाव से कर्म, फल ,भाई सुख ,पराक्रम ,साहस तथा यात्रा इसी भाव से मिलता है। इस भाव में मंगल के गोचर से। आपके शौक में ज्यादा रूचि आएगी। भाई के साथ संबंध ठीक रहेगा। तथा इनके सहयोग से प्रोपटी के काम में लाभ मिलेगा।चौथी दिर्ष्टि से छठे भाव पर पड़ेगा। जिसे शत्रु का नाश होगा। पुरानी बिमारी दुर होगा। भाग्य का उदय होगा। जो लोग नौकरी खोज रहे है। उनको सफलता मिलेगा। धार्मिक कार्य में संलगन रहेगे। जो लोग डॉक्टर, इंजीनियरिंग ठेकदारी के कार्य कर रहे है। उनको विशेष लाभ मिलेगा।
संजीत कुमार मिश्रा, ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847


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