पुरैना गांव के लोग भोजन के लिए है मोहताज घर मे अभी है पानी
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
गोपालगंज (मांझागढ़)। क्षेत्र में आई प्रलयकारी बाढ़ ने प्रखण्ड के पुरैना गांव में सारण तटबन्ध को तोड़ते हुए कितने को घरबिहिंन करने के साथ घर के सारे समान बाढ़ में बह गए जिसके चलते आज लोग भोजनआ के लिए मोहताज है इस गांव में दो दिन कम्युनिटी किचेन चला फिर पानी कम होते देख कम्युनिटी किचेन प्रशासन के द्वारा बन्द कर देने से भोजन के लिए लोग मोहताज हो गये है घरबिहिंन हुए विश्वनाथ यादव ने बताया कि मेरा घर बाढ़ की तेज धार में ध्वस्त हो गया लेकिन सरकार के द्वारा कोई व्यवस्था अभी तक नही की गई है भोजन के सारे समान बाढ़ के तेज धार में बह गए है अभी भी घर मे दो फिट पानी लगा है । लेकिन सरकार के द्वारा दिये जा रहे भोजन भी बंद कर दिया गया वही इसी गांव के बाढ़ पीड़ित सतेंद्र यादव विन्दा यादव सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि जबतक प्रशासन के द्वारा बाढ़ राहत की सामग्री वितरण नही की जा रही है तब तक भोजन कराने की व्यवस्था चलना चाहिए सारे समान तो बाढ़ में बह गया है खाने तक गिलास थाली भी नही बचा है अभी तक बाढ़ राहत सामग्री का वितरण नही किया गया है इस परिस्थिति में कम्युनिटी किचेन
बन्द कर भूखे रहने पर विवश कर दिया गया है । जिनके घर ध्वस्त हो गया है उनके रहने के लिए कोई व्यवस्था नही है । क्या कहते है अंचल पदाधिकारी शाहिद अख्तर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की बैठक कर बैठक में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा करने के बाद सर्वे कराया जा रहा है सर्वे रिपोर्ट मिलते ही बाढ़ राहत वितरण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी तथा बाढ़ में जिनके मकान ध्वस्त हो गए है उनको सर्वे रिपोर्ट के अनुसार सरकारी नियमानुसार मकान बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी । बाढ़ का पानी जब तक था तब तक कम्युनिटी किचेन चलाया गया बाढ़ की पानी समाप्त होने पर किचेन को बंद कर दिया गया ।


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