खबर का असर: जोगाड़ टेक्नालॉजी से निर्मित नाव पनिया जहाज की खबर चलने से आगे आये स्थानी बुद्धजीवी
विकास कुमार। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
परसा (सारण)। बनकेरवा से परसा को जोड़ने वाली मुख्य पथ पर बनाकेरवा काटा के समीप स्थित पुल बाढ़ के तेज बहाव से पूरी तरह सड़क ध्वस्त हो गया। नहर पर स्थापित पुरानी पुल ध्वस्त होने के कगार पर है। जिससे पूर्ण रूप से यातायात बाधित है। मुख्य पथ बाधित होने से गाँव- गाँव का घनी आबादी का एक दूसरे से संपर्क टूटू गया है। परसा जाने के लिए गामीणों को रेवा घाट से सोनपुर गंडक नदी बांध से परसा मुख्यालय तथा परसा से सोनपुर जाने के लिए ग्रामीणों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मुख्यपथ पर यातायात बाधित होने से ग्रामीणों को निजी नाव तथा फोम से निर्मित नाव के सहारे साइकिल,बाईक,आर्थिक खर्च उठा कर व जान को जोखिम में डाल कर यात्रा करने को मजबूर है। यह खबर राष्ट्रनायक में प्रमुखता से प्रकाशित हुआ था जिसके बाद दर्जनों स्थानी बुद्धजीवी लोग आगे आये व दिन रात एक कर बॉस के चेचरा पुल बना डाले जिसे देख कर अमूमन कहा जा सकता हैं कि जिस तरह पुरुषोत्तम श्रीराम राम जी को नदी पार करने के लिए बानर सेना ने रातो रात पुल निर्माण कर दिया था उसी तरह की कहानी चरितार्थ हो रहा परसा को जोड़ने वाली मुख्य पथ बनकेरवा काटा के पास निर्मित बास का चेचरा के पुल का दृश्य देख कर। यहा के स्थानीय समाज सेवी अशोक राय इसका बीड़ा उठाया और अपने गांव के ही सहयोगी मित्र के साथ मिल कर दर्जनों मजदूर व लोगो की सहयोग से दिन रात एक कर 24 घण्टे में बास का चेचरा पुल बना डाले।अब इस सड़क पुल से असानी से लोग आवागमन कर सकते हैं लोगो में भी पुल देख कर काफी खुश देखी गई।


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