UGC NET 2020: 16 मार्च से आवेदन प्रक्रिया शुरू
राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए 16 मार्च से आवेदन प्रकिया शुरू हो जाएगी। जून महीने में नेट, जेआरएफ की परीक्षा होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) यूजीसी-नेट की परीक्षा कराती है। नेट की परीक्षा के लिए योग्य उम्मीदवार 16 मार्च से आवेदन फॉर्म भर सकते हैं। अभ्यर्थी 16 मार्च से लेकर 16 अप्रैल तक नेट की परीक्षा के लिए एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते हैं। अगर आप भारत की किसी यूनिवर्सिटी में लेक्चरर बनने का सपना देख रहे हैं, तो आपके लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) में सफलता हासिल करना बेहद जरूरी है।
नेट में सफलता के लिए कैसे करें पढ़ाई?
दिल्ली विश्वविद्यालय में पत्रकारिता पढ़ाने वाले डॉक्टर रुद्रेश नारायण मिश्रा का कहना है कि एनटीए साल में दो बार नेट की परीक्षा आयोजित कराती है। नेट में सफलता हासिल करने के लिए अभ्यर्थियों को ध्यानपूर्वक विषय आधारित पढ़ाई तो करनी ही चाहिए, इसके साथ करेंट अफेयर्स पर भी सूक्ष्म नजर रखनी चाहिए। इसके साथ ही पाठ्यक्रम के आधार पर अभ्यर्थियों का विषय आधारित बेसिक ज्ञान भी क्लीयर होना चाहिए। नेट और जेआरएफ का आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को हर साल के प्रश्न-पत्रों पर पैनी नजर बनानी चाहिए और उनको पूरा हल भी करना चाहिए, ताकि यह समझ आए कि यूजीसी-नेट में किस तरह के ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते हैं।
डॉक्टर रुद्रेश कहते हैं कि अभ्यर्थियों को नेट के लिए मॉक टेस्ट जरूर करना चाहिए। हर साल के ज्यादा से ज्यादा प्रश्नपत्र हल करने चाहिए। बाजार में बिकने वाले अलग-अलग लेखकों की यूजीसी-नेट की किताबों के साथ ही विषय पर आधारित किताबों को भी गहनता से पढ़ना चाहिए।
नेट के आवेदन के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर में 55 फीसदी अंक जरूर होने चाहिए। स्नातकोत्तर पास आउट अभ्यर्थियों के साथ ही मास्टर कोर्स के अंतिम वर्ष के विद्यार्थी भी नेट की परीक्षा दे सकते हैं। नेट में लेक्चरर और जेआरएफ के लिए अलग-अलग आयु सीमा होती है।
नेट को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी जो आपको रखनी है याद
–NTA इस साल 15 जून से 20 जून तक नेट की परीक्षा का आयोजन करेगा।
-NTA द्वारा 5 जुलाई को नेट परीक्षा के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
-नेट का एग्जाम कंप्युटर बेस्ड होता है, आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होता है।
– आप NTA की आधिकारिक वेबसाइट ntanet.nic.in पर आवेदन कर सकते हैं।
नेट का पहला पेपर 100 नंबर और दूसरा पेपर 200 नंबर का होता है। पहले प्रश्नपत्र में 50 और दूसरे प्रश्नपत्र में 100 अनिवार्य प्रश्न पूछे जाते हैं। पहला पेपर एक और दूसरा पेपर दो घंटे का होता है। हर प्रश्न के सही उत्तर पर दो नंबर मिलते हैं। अभ्यर्थी हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में परीक्षा दे सकते हैं। पहले पेपर में जनरल नॉलेज, रिसर्च एप्टिट्यूड और रीजनिंग आधारित सवाल होते हैं, जबकि दूसरा पेपर विषय आधारित होता है।
डॉक्टर रुद्रेश कहते हैं कि नेट क्वालिफाई करने के लिए अभ्यर्थियों को दिन में करीब चार-पांच घंटे जरूर पढ़ना चाहिए, क्योंकि इसका कोर्स लंबा होता है। नेट में घुमाने वाले सवाल पूछे जाते हैं, ऐसे में जिसको विषय आधारित अच्छा ज्ञान होगा वो ही उन सवालों को समझकर उनका सही जवाब दे पायेगा।


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