बच्चे की मौत पर आक्रोशितों ने किया सड़क जाम, डॉक्टर पर बिना ट्रीटमेंट किए रेफर करने का आरोप
आशिफ खान की रिर्पोट। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
रिविलगंज(सारण)। रिविलगंज नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नं 7 निवासी रितेश चौधरी अपने 10 माह के पुत्र को रिविलगंज पीएचसी में इलाज कराने आए थे जहाँ चिकित्सक ने बिना फर्स्ट ट्रीटमेंट किए छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। छपरा ले जाने के क्रम में रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही मृतक के स्वजनों ने पीएचसी पहुचकर चिकित्सक से धक्का मुक्की एवं गली गलौज करने लगे जिसके बाद अस्पताल कर्मियों ने रिविलगंज थाना पुलिस को सूचना दी, मौके पर पहुचीं पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने रिविलगंज थाना के समीप मीडिल स्कूल के पास एनएच-19 सड़क को जाम कर आवागमन पूरी तरह बाधित कर दिया। घंटो तक ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया 3 घंटे बाद रिविलगंज पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा बुझाकर आवागमन बहाल किया। गिरफ्तार युवक नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नं 7 निवासी 17 वर्षिय नवीन चौधरी व सुरेश चौधरी के 19 वर्षिय पुत्र अभिनन्दन चौधरी बताया गया। घटना के सबंध में पीएचसी में डियूटी पर उपस्थित चिकित्सक डॉ. यशपाल सौरफ ने कहा कि बच्चे की तबियत काफी नाजुत देखते हुए छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया, रेफर करने के दो घण्टे बाद लगभग 6 7 लोगों ने अचानक पीएससी में आकर गाली गलौज व मारपीट करने लगे जिसके बाद रिविलगंज पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दी गई पुलिस गम्भीरता दिखाते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं घटना की सूचना पर सिविल सर्जन डॉ मधेश्वर झा रिविलगंज पीएचसी अस्पताल पहुचे जहाँ अस्पताल कर्मियों व चिकित्सको के साथ बैठ कर घटना की जानकारी ली और कहा दोषियों पर करवाई किए बिना स्वास्थ्य विभाग चूप नही बैठेगी। वही इस सबंध में मृतक बच्चा के पिता रितेश चौधरी ने आरोप लगाया है बिना एम्बुलेंस सेवा दिए व बिना फर्स्ट ट्रीटमेंट किए चिकित्सक ने रेफर कर दिया जिसे छपरा सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में बच्चा दम तोड़ दिया। इस सबंध में थानाध्यक्ष किशोरी चौधरी ने कहा कि इस मामले में सात लोगों के खिलाफ आवेदन आया है जिसमे तीन नामजद है और चार अज्ञात ब्यक्ति है। बता दें कि इस मामले दो लोगों को गिरप्तारी हुई है। आगे इस मामले की जांच की जा रही है।


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