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शोभा की वस्तु बना रह गई है आरटीपीएस काउंटर

शोभा की वस्तु बना रह गई है आरटीपीएस काउंटर

संजय सिंह सेंगर।  तरैया (सारण)। सारण जिले के तरैया प्रखंड के पोखरेड़ा पंचायत के पोखरेड़ा में खुला आरटीपीएस काउंटर महज एक शोभा की वस्तु बनकर रह गया है एवं उद्घाटन के डेढ़ वर्षो बाद भी आज तक आरटीपीएस काउंटर में फर्नीचर तक नहीं लगने की वजह से काउंटर से सेवाएं संपादित नहीं हो पा रही हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जब से यह काउंटर खुला है कभी कभार प्रखंड से लोग आते हैं एवं अपने मोटरसाइकिल पर बैठकर ही लोगों द्वारा आवेदन लेते हैं एवं प्रमाण पत्र की कॉपी लेने के लिए प्रखंड कार्यालय आने को कहकर चले जाते हैं।

इस संबंध में आरटीपीएस काउंटर पर तैनात डाटा ऑपरेटर राकेश कुमार शर्मा ने बताया की काउंटर खोले जाने के डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक यहां पर कंप्यूटर फर्नीचर सहित कोई भी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध नहीं कराई गई है जिसकी वजह से सेवा प्रदान करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है एवं हम लोग जाते भी हैं तो खड़े होकर ही या अपने बाइक पर बैठकर काम करना पड़ता है। वहीं सामानों की खरीदारी के विषय में पंचायत सचिव उमाशंकर गिरी ने कहा कि आरटीपीएस काउंटर के लिए आवश्यक सभी सामानों की खरीददारी की जा चुकी है एवं यथाशीघ्र इसको को चालू कराया जाएगा।

ज्ञातव्य हो कि सरकार द्वारा पंचायत स्तर पर ही जाति आवासीय आय वृद्धा पेंशन एवं जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र सहित लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम के तहत उपलब्ध होने वाली सभी सुविधाओं को मुहैया कराने के लिए प्रत्येक पंचायत में आरटीपीएस काउंटर की स्थापना की गई है लेकिन संबंधित पदाधिकारियों की लापरवाही एवं कर्म हीनता के वजह से लाखों की सरकारी राशि खर्च होने के बावजूद भी कई पंचायतों में ऐसे आरटीपीएस काउंटर महज शोभा की वस्तु बनकर रह गए हैं।