सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ सुरेंद्र दास ने सबसे पहले लिया कोरोना का टीका
- टीका लेने के बाद युवतियों ने दिखाया विक्ट्री चिह्न, कहा कोरोना को हराने को टीकाकरण है जरूरी
- सदर अस्पताल स्थित अधीक्षक कार्यालय की लिपिक नीली ने लिया टीका
- एनआरसी में पदस्थापित स्मृति राज ने टीका लेने के बाद ख़ुशी का किया इजहार
- पूरी तरह से सुरक्षित हैं कोविड-19 का टीका
- सफाई कर्मचारियों ने लिया कहा हमलोग सुरक्षित रहेंगे तभी तो अस्पताल परिसर की करेंगे सफ़ाई
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
पूर्णिया (बिहार)। ज़िले के वरीय चिकित्सक डॉ सुरेंद्र दास ने सदर अस्पताल परिसर स्थित टीका केंद्र पर जाकर सबसे पहले टीका लिया। उन्होंने टीका लेने कस बाद कहा टीका का लेने से किसी को परहेज नहीं करनी चाहिए। क्योंकि हमलोगों के लिए कोरोना का टीका लेना बहुत ही जरूरी है। ताकि लोगों के बीच तरह-तरह की भ्रांतियां फ़ैली हुई हैं उसे दूर किया जा सके। अभी तक जितने लोगों ने कोविड-19 टीका लिया है उनलोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई है। चिकित्सक डॉ सुरेंद्र दास ने बताया टीका लेने का समय आज ही था जिस कारण सुबह से ही मेरे घर वाले बोल रहे थे कि जल्दी जाइये और कोरोना का टीका लेकर समाज को एक अच्छा सन्देश दीजिये। ताकि जिसका नाम है और वे लोग अभी तक नहीं लिए हैं। वे लोग भी अपने नियत समय पर टीकाकरण केंद्र जाकर टीका लगवाने का काम करें। टीका लेने से पहले घर का माहौल बहुत ही ज्यादा खुशनुमा था क्योंकि जिसका इंतजार देशवासी कर रहे थे आज वह सपना पूरा हो गया हैं। घर परिवार के लोग भी कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण को लेकर काफ़ी सहयोग कर रहे थे। टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों व सफ़ाई कर्मियों का पंजीकरण पहले ही कराया जा चुका है।
जिस घड़ी का इंतजार सभी लोग बेसब्री से कर रहे थे वह घड़ी आ गयी:
जब डॉ सुरेंद्र दास टीकाकरण केंद्र पहुंचे तो वहां पर प्रतिनियुक्त सदर अस्पताल की स्वास्थ्य प्रबंधक सिंपी कुमारी ने उनका स्वागत काफ़ी गर्मजोशी के साथ की। सभी तरह की कार्यवाही पूरी करने के बाद उन्हें टीका दिलवाई। डॉ सुरेंद्र दास ने बताया कि घर से निकलते समय परिवार वाले ख़ुशी ख़ुशी विदा किये और कहा कि टीका लेने के बाद कॉल कीजियेगा। ताकि हमलोग खुशी का इजहार कर दूसरे को भी टीका लेने के लिए प्रेरित कर सकें। रास्ते में भी और टीका केंद्र पर भी घर से कॉल आ रहा था कि आप टीका लिए कि नहीं। टीका लेने के बाद डॉ दास ने घर पर कॉल कर कहा मैंने अपना टीका ले लिया है और वेटिंग रूम में आधा घण्टा बैठने के बाद वापस अपने कार्य में लग जाऊंगा। टीका लेने के बाद वेटिंग रूम में लगभग आधा घंटे तक रहने के बाद किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं आई। वह पहले की अपेक्षा और भी मजबूत होकर सदर अस्पताल परिसर स्थित टीकाकरण केन्द्र से बाहर निकले और सबसे पहले सिविल सर्जन कार्यालय जाकर सीएस डॉ उमेश शर्मा से मिलकर टीकाकरण के संबंध में बातचीत की।
सदर अस्पताल स्थित अधीक्षक कार्यालय की लिपिक नीली ने लिया टीका:
सदर अस्पताल स्थित अधीक्षक कार्यालय की लिपिक नीली ने भी टीका लिया। उन्होंने बताया कि जिस तरह से लोग मतदान के बाद ख़ुशी मनाते हुए विक्ट्री चिह्न दिखाते हैं ठीक उसी तरह से आज हम कोरोना का टीका लगाकर ख़ुशी मना रहे हैं। क्योंकि आज का दिन मेरे व मेरे परिवार के लिए काफ़ी गौरव का हैं। क्योंकि आज के दिन का इंतजार बहुत पहले से था। टीकाकरण की शुरुआत अब हो चुकी है और किसी को भी अभी तक कोई परेशानी नहीं हुई है। जब तक हमलोग टीकाकरण को लेकर जागरूक नहीं होंगे तब तक समाज को जागरूक नहीं कर सकते हैं। आज मुझे देश की बेटी होने का गर्व महसूस हो रहा हैं।
एनआरसी में पदस्थापित स्मृति राज ने टीका लेने के बाद किया ख़ुशी का इजहार:
कोरोना का टीका लेने वाली सदर अस्पताल परिसर स्थित एनआरसी में पदस्थापित डायटीशियन स्मृति राज ने कहा कोरोना काल के दौरान प्रतिदिन अस्पताल आना पड़ता था। जब भी एनआरसी आती थी तो मुझे मेरे परिवार वाले कहा करते थे कि अस्पताल जाते समय मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग करते रहना है। साथ साथ कार्यालय में सामाजिक दूरी बनाकर ही बैठना। हमने अपना ख़्याल तो रखा ही साथ ही सभी लोगों को सामाजिक दूरी अपनाने, कही भी जाओ अपने हाथों को सैनिटाइर से हर आधा घण्टा पर धोना व जब भी किसी से बातचीत करना हो तो अपने चेहरे पर मास्क लगाना है। ऐसा करने से हमलोग कोरोना को हराने में कामयाब हो सकते हैं।
सदर अस्पताल की दोनों युवतियों ने कोरोना का टीका लेने के बाद विक्ट्री चिह्न दिखाते हुए कहा हमलोग जिस तरह से मतदान केंद्र पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं उसी तरह से कोविड-19 टीकाकरण का यह महापर्व हमलोगों के लिए ख़ुशी का पल लेकर आया है। कोरोना काल में हम सभी ने जिस तरह से इसे भगाया है लेकिन अब इसका टीका लेकर इसे देश से भगाने में हमलोगों की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण हो गई है। वहीं सदर अस्पताल के सफाई कर्मचारी पति-पत्नी दोनों ने एक साथ टीकाकरण करा कर सभी को सन्देश दिया और कहा कि हमलोग कोरोना काल में भी बगैर डरे सफाई कार्य को पूरी निष्ठा के साथ किया था तो टीका लेने में पीछे क्यों रहेंगे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चले हैं और आगे भी चलने का प्रयास करेंगे क्योंकि कोरोना को भगाने में हम सभी की जिम्मेदारी बनती है।
ज़िले के सभी टीकाकरण केंद्रों का सीएस, डीआईओ, डीपीएम सहित कई अन्य पदाधिकारियों ने किया निरीक्षण:
कोविड-19 टीकाकरण के दौरान जिले के सभी टीकाकरण केंद्रों पर सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा, डीआईओ डॉ. सुभाष चंद्र पासवान, डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ यूनिसेफ़ एसएमसी मुकेश कुमार गुप्ता, यूएनडीपी के सोमेश सिंह व केयर इंडिया के डिटीएल आलोक पटनायक के द्वारा निरीक्षण किया गया।
पूरी तरह से सुरक्षित हैं कोविड-19 का टीका :
सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा ने कहा वैश्विक महामारी कोविड-19 का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। सामाजिक स्तर से इसे दूर किया जाना चाहिए क्योंकि लोगों के बीच तरह-तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं। अब इससे बचना चाहिए। बचपन से टीका लेते आये हैं तो फ़िर इस टीका से डर कैसा। सीएस ने बताया टीका बनाने के लिए कई तरह से प्रयोग किया जा चुका है। इसके बनने के बाद देश के नामचीन अस्पतालों में इसका सफल पूर्वाभ्यास भी किया गया है। लेकिन अभी तक कोई भी दुष्प्रभाव देश के किसी भी हिस्से से सामने नहीं आया हैं। इसीलिए कोरोना से बचने के लिए सभी को टीका लेना चाहिए। सुरक्षा कवच के लिए टीकाकरण कराना बहुत ही जरूरी है। तभी हम कोरोना पर विजय प्राप्त कर सामान्य व सुरक्षित जिंदगी जी सकते हैं।


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