कोविड-19 टीकाकरण का पहला चरण 10 फरवरी तक होगा समाप्त
- शत प्रतिशत का लक्ष्य पूरा करने हेतु दो टीम का किया गया है गठन
- शनिवार को चलाया गया टीकाकरण, अब तक 2607 स्वास्थ्यकर्मियों ने लिया कोविड-19 का टीका
- टीकाकरण के बाद एसएसबी के हवलदार ने कहा-टीका लेना काफ़ी गौरव की बात
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
पूर्णिया (बिहार)। पूर्णिया जिले में वैश्विक महामारी कोविड-19 टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य केंद्र के अलावे एक निजी केंद्र को चिह्नित किया गया है जहां पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों के साथ ही सफाई कर्मचारियों का टीकाकरण कार्य किया जा रहा है। ज़िले में 13888 पंजीकृत के लिए 16 सत्र स्थल स्थापित हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविन पोर्टल पर पंजीकृत जिले के सभी स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण इन्हीं सत्र स्थलों के माध्यम से किया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा ने बताया कि 10 फरवरी तक शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रत्येक स्थलों पर दो-दो टीम का गठन किया गया है| ताकि समय सीमा से पूर्व इस लक्ष्य को आसानी से पूरा करने के बाद दूसरे चरण की तैयारी शुरू कर दी जाए। जिले में अभी तक 2607 लोगों का टीकाकरण सफलतापूर्वक कराया गया है। जिले के प्रभारी सिविल सर्जन ने बताया कि प्रथम चरण के लिए पंजीकृत लाभार्थियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए 10 फरवरी तक का समय दिया गया है। इससे संबंधित पत्र राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार के द्वारा गुरुवार को जारी कर दिया गया है। जिले में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए जिले के सभी 16 स्थलों पर पहले से एक ही टीम काम कर रही थी लेकिन अब दो टीम का गठन किया गया है।
समय सीमा से पूर्व सफ़लता के लिए दो टीम का किया गया हैं गठन: सीएस
सर्जन डॉ उमेश शर्मा ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र के माध्यम से एक आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा है कि 10 फरवरी से पहले शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करना अनिवार्य होगा। ताकि दूसरे चरण के लिए आवश्यक कार्य प्रारंभ किया जा सके। विभागीय पत्र के आलोक में ही सत्र स्थलों की संख्या में बढ़ोतरी की गयी है। प्रथम सत्र के लिए पोर्टल पर सभी पंजीकृत लाभार्थियों का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए सत्र स्थलों की बढ़ोतरी का सुझाव राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा दिया गया था। यह भी कहा गया था कि आवश्यकता पड़ने पर सत्र स्थलों सहित टीम की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है। जिसके आलोक में जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के अलावे एक निजी स्थल पर भी टीकाकरण कार्य शुरू किया गया है। सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है हैं कि पहले से नामित लाभार्थियों के अलावे जिन स्वास्थ्य कर्मियों का नाम नहीं हैं अगर वह भी टीकाकरण कराना चाहते हैं है तो वह भी नजदीकी केंद्र पर जाकर उसी दिन अपना टीका लगा सकते हैं।
टीकाकरण से किसी को परहेज नहीं करना चाहिए: डीआईओ
शनिवार को सदर अस्पताल स्थित टीकाकरण केंद्र पर टीका लेने आये जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ सुभाष चंद्र पासवान ने कोरोना का टीका लगवाया और कहा, ‘मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित व बहुत ही ज्यादा कारगर भी है। टीकाकरण के बाद मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा है, वैक्सीन लगाते समय मुझे किसी तरह से कोई झिझक नहीं हुई है। किसी को भी टीकाकरण कराने से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। 28 दिन के बाद कोरोना के टीका का दूसरा डोज भी दिया जाएगा। अभी टीका लेने वालों को 28 दिनों तक सामाजिक दूरी का पालन करना पड़ेगा। दूसरा डोज लेने के बाद 14 दिनों तक सामाजिक दूरी का पालन करना पड़ेगा। कोविड-19 टीकाकरण सप्ताह में 2 दिन शनिवार व मंगलवार को किया जा रहा है।
टीकाकरण के बाद एसएसबी के हवलदार ने कहा-टीका लेना काफ़ी गौरव की बात:
पूर्णिया स्थित एसएसबी कैम्प में स्वास्थ्य कर्मी के रूप में पदस्थापित हवलदार संतोष कुमार गिरी ने कहा कि जब तक दौड़ सकता हूं दौडूंगा, नहीं दौड़ पाया तो चलूंगा, अगर चल नहीं पाया तो रेगुंगा मगर रुकूंगा नहीं। कोविड-19 का दौर काफी कठिनाइयों भरा भी था। मास्क का प्रयोग, सामाजिक दूरी के अलावे हर आधा घण्टा पर अपने हाथों को सैनिटाइज कर रहे थे लेकिन अब उसका टीका आ गया तो उसे लेने में किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। विगत कई दिनों से कोविड-19 टीकाकरण कार्य किया जा रहा है लेकिन अभी तक कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना या जानकारी नहीं मिली है। कोरोना के गाइड लाइन के अनुसार सभी लोगों को टीका लेना चाहिए। मेरे कैम्प में फ्रण्ट लाइन वर्करों की संख्या लगभग 153 हैं लेकिन उनलोगों का टीकाकरण कार्य दूसरे चरण में किया जाएगा। हालांकि मुझें स्वास्थ्य कर्मी होने के नाते कोविड-19 टीका लगाया गया है। कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसका कोई साइड इफैक्ट नहीं है। जैसे पोलियो की वैक्सीन लेने से देश से यह बीमारी समाप्त हो गई। उसी तरह कोविड-19 जैसी जानलेवा बीमारी को हराने के लिए देश में निर्मित कोरोना वैक्सीन बहुत ही ज्यादा लाभदायी है। इसका टीका लगवाएंगे तो भविष्य में कोरोना से बचे रहेंगे। कुछ लोग वैक्सीन को लेकर तरह-तरह की अफवाह फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन ऐसे लोगों की बातों में नहीं आना है।
एक दिन पोलियो की तरह खत्म होगा कोरोना: प्राचार्या
एएनएम स्कूल की प्राचार्या मिनर्वा अपने वार्डेन आशाकिरण व स्वास्थ्य कर्मी मीना कुमारी के साथ टीकाकरण कराने के बाद बताया कि कोविड-19 का टीका सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जा रहा है। इसके बाद अन्य तरह के फ्रंट वर्करों को दिया जाएगा। लेकिन आप सभी लोग किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और विश्वास रखें कि एक दिन पोलियो की तरह ही कोरोना को भी हमलोग हरा देंगे। टीकाकरण से सिर्फ आप ही नहीं बल्कि दूसरे लोग भी सुरक्षित होंगे। हमलोग टीकाकरण में शामिल होकर समाज को कोरोना से मुक्त बनाएंगे। देश के इतने बड़े अभियान को हमलोग अपनी भूमिका निभाकर सफल बनाएंगे।
टीकाकरण के बाद भी इन नियमों का पालन करना है जरूरी:
- अपने चेहरे पर मास्क का करें प्रयोग
- नियमित रूप से साबुन व पानी से हाथ को धोना
- हैंड सैनिटाइजर का करें इस्तेमाल
- लगभग 6 फीट की शारीरिक दूरी रखने का करें पालन
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