उत्तराखंड त्रासदी में सारण का एक सुपरवाइजर लापता, दूसरे दिन भी नहीं मिला सुराग
- अनहोनी की आशंका को लेकर परिजनों की बेचैनी बढी
- पत्नी द्वारा कॉलिंग के वक्त ही आए जल सैलाब के बाद डिस्कनेक्ट मोबाइल लगातार बता रहा स्विच ऑफ
- दाउदपुर थाना क्षेत्र के बरवां गांव का मामला
छपरा (अमित सिंह/संजय पांंडेय/वीरेश सिंह)। उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में रविवार की सुबह ग्लेशियर के एक हिस्से के टूटने के चलते धौली गंगा/ऋषि गंगा नदी में भीषण बाढ आने से एक तरफ जहां काफी तबाही हुई है। वहीं इस जल सैलाब में सारण जिले के भी एक सुपरवाइजर के लापता होने की आशंका जताई जा रही है। इस बीच अनहोनी की आशंका को लेकर परिजनों की बेचैनी बढ गई है। पत्नी, बच्चों सहित दो बड़े भाईयों में उक्त सुपरवाइजर से मोबाईल फोन पर कॉलिंग कर बात करने अथवा सकुशल होने संबंधी कोई भी सूचना पाने हेतु बेचैनी है। उधर मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उतराखंड के चमोली जिले में रविवार को ग्लेशियर के एक हिस्सा गिरने व बांध टूटने की वजह से आए जल सैलाब में तपोवन-रैणी स्थित बिजली संयंत्र बहने से उस प्रोजेक्ट में काम कर रहे एक सैकड़ा से अधिक लोगों के लापता होने की खबर सामने आयी है। एकमा पुलिस सर्किल के दाउदपुर थाना क्षेत्र के इनायतपुर पंचायत के बरवां गांव निवासी मुन्ना सिंह भी तपोवन में उक्त पावर प्रोजेक्ट की साईट पर सुपरवाइजर के पद पर कई महीनों से कार्यरत थे। परिजनों ने बताया कि जल सैलाब की वारदात आने से कुछ वक्त पहले से ही पत्नी ममता देवी की अपने सुपरवाइजर पति विनोद सिंह उर्फ मुन्ना से मोबाईल फोन पर बात चल रही थी। इस बीच अचानक उतराखंड के उक्त स्थल पर जल सैलाब आ गया। जिससे पत्नी से मोबाईल कॉलिंग डिस्कनेक्ट हो गयी। परिजनों का कहना है कि उसके बाद से संवाद प्रेषण तक उक्त मोबाईल नंबर पर पत्नी सहित किसी भी परिजन से संपर्क अथवा अन्य किसी भी संचार माध्यमों से मुन्ना सिंह के सकुशल होने संबंधी कोई भी जानकारी नहीं मिल सकी है। परिजनों ने मुन्ना सिंह से रविवार की सुबह करीब 10:35 बजे मोबाईल फोन पर बात करने के बाद से फोन लगातार स्विच ऑफ होने की बात कही है। बरवां गांव निवासी लगभग 46 वर्षीय मुन्ना सिंह स्व. विंदेश्वरी सिंह के तीन पुत्रों में सबसे छोटे हैं। श्री सिंह के चचेचे भाई धर्मनाथ ने बताया कि मुन्ना सिंह को अपने तीन भाईयों में सबसे छोटा है। शेष दो अन्य भाईयों में सबसे बड़े अशोक सिंह गांव पर ही खेती-बाड़ी करते हैं। दूसरे भाई शैलेश सिंह कोलकाता में प्राईवेट नौकरी करते हैं। मुन्ना सिंह के दाउदपुर थाना क्षेत्र के बरवां स्थित पैतृक गांव में रह रहे अविवाहित तीन पुत्रियों क्रमशः आरजू, काजल, मनीषा व एक पुत्र लक्ष्य सहित पत्नी ममता देवी का अनहोनी की आशंका को लेकर रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है। गांव के लोगों का बरवां गांव स्थित मुन्ना सिंह के पैतृक घर पर पहुंच कर परिजनों को धैर्य धारण करने का आश्वासन देकर पुलिस व प्रशासन की मदद से मुन्ना सिंह के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास जारी है।



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