कोरोना लॉकडाउन: देश में 3 मई तक बढ़ा तालाबंदी, वो सात वचन जो प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से मांगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन यानी तालाबंदी की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दिया है। अपने इस संबोधन में पीएम ने जनता से 7 वचन भी मांगे हैं, जाने क्या हैं वो वचन?
राष्ट्रनायक न्यूज। देश में करोनो वायरस यानी कोविड-19 के संक्रमण से देशवासियों को बचाने, सुरक्षा एवं प्रभावी रोकथाम को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में लॉकडाउन यानी तालाबंदी को आगामी तीन मई तक बढ़ा दिया। देशवासियों को कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव करने को लेकर कहा कि दुनिया के कई देशों के तूलना में भारत में 25 से 30 प्रतिशत अधिक ठीक है। देशवासियों की सुरक्षा के लेकर उठाये गये कदमों की दुनिया में चर्चा हो रही है एवं भारत के निर्णयों की प्रशंसा हो रही है। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से देश के नाम संबोधन में जनता से सात वचन की मांग किया है। जो इस प्रकार है:-
- प्रधानमंत्री ने देश के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो अपने घर के बुजुर्गों का खास ख्याल रखें। खासकर वो जिनको पुरानी बीमारी है। कोरोना से उन लोगों को ज्यादा खतरा है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरे वचन के रूप में लोगों से कहा कि वो लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करें।
- अपने तीसरे वचन में प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन करें। गर्म पानी और काढ़े का जरूर सेवन करें।
- प्रधानमंत्री ने चौथा वचन मांगा कि जनता आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करें। ये कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने की कारगर है। इसमें सरकार द्वारा जारी सभी निर्देश हैं।
- गरीब लोगों के लिए मदद की अपील करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पांचवां वचन मांगा कि जितना हो सके सक्षम लोग उनके भोजन की आवश्यकता को पूरी करें।
- अपने छठे वचन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि व्यवसाय और उद्योगों में काम करने वाले लोगों के प्रति संवेदना रखें। किसी को नौकरी से न निकालें।
- सातवें वचन में पीएम ने अपील करते हुए कहा कि कोरोना योद्धाओं यानि डॉक्टर, नर्स, पुलिस, सफाई कर्मचारियों का पूरा सम्मान करें।


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