बढ़ेगा बंगाल की राजनीति का तापमान, मोदी-शाह की जोड़ी देगी ‘दीदी’ को और टेंशन
कोलकाता, (एजेंसी)। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में महज कुछ ही महीनों का समय शेष है। चुनाव के नजदीक आते ही प्रदेश की राजनीति का तापमान बढ़ने लगा है। तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के इरादे से बीजेपी कड़ी टक्कर दे रही है। पार्टी ने अपने शीर्ष नेतृत्व को राज्य में प्रचार के लिए उतारा है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेता राज्य का दौरा कर चुके हैं। अब एक बार फिर से अगले कुछ दिनों में अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य का दौरा करने जा रहे हैं। अमित शाह बुधवार को कोलकाता पहुंच रहे हैं, जहां वे बीजेपी की साउथ 24 परगना के नामखाना से पांचवीं और अंतिम परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 फरवरी को राज्य में होंगे। मोदी नोआपारा से दक्षिणेश्वर तक शहर के उत्तर-दक्षिण मेट्रो कॉरिडोर के 4 किमी विस्तार का उद्घाटन करने वाले हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल के अपने दौरे में हुगली में एक रैली को भी संबोधित कर सकते हैं। यह उनकी हाल-फिलहाल के समय में बंगाल में दूसरी रैली होगी। लगभग उसी समय जब शाह रथयात्रा का शुभारंभ करेंगे, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी और पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी संयुक्त रूप से उसी जिले में एक रैली को संबोधित करेंगे। पांचवीं रथ यात्रा की योजना से जुड़े एक बीजेपी नेता ने कहा कि अंतिम रथ यात्रा मुख्यमंत्री और उनके भतीजे के लिए एक सीधी चुनौती होगी।
बीजेपी नेता ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए बताया, ”पांचवीं रथयात्रा, दो प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्रों- डायमंड हार्बर और दक्षिण कोलकाता से होकर गुजरेगी। जबकि पूर्व में अभिषेक बनर्जी का निर्वाचन क्षेत्र है। दक्षिण कोलकाता मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है। ममता बनर्जी दक्षिण कोलकाता में भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक हैं।” डायमंड हार्बर में सिराकोल के माध्यम से रैली निकालने के लिए योजनाएं बनाई गई हैं। इसी जगह पर 10 दिसंबर, 2020 को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला किया गया था।
बीजेपी नेताओं के अनुसार, रथयात्रा शुरू में सागर द्वीप में कपिल मुनि आश्रम से एक छोटे रूप में निकलेगी, जहां शाह का आना तय है। लाखों श्रद्धालु हर साल जनवरी के मध्य में पवित्र डुबकी लगाने के लिए गंगा सागर में एकत्र होते हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव इस साल अप्रैल-मई महीने में होने हैं। इसके लिए, तृणमूल कांग्रेस, बीजेपी समेत राज्य के सभी दलों ने तैयारियां शुरू भी कर दी हैं। बीजेपी लगातार अपने दिग्गज नेताओं को पश्चिम बंगाल भेज रही है। माना जा रहा है कि पिछली बार के मुकाबले इस बार का चुनाव मुख्य तौर पर टीएमसी और बीजेपी के बीच में होने जा रहा है। हालांकि, टीएमसी के लिए चुनाव की रणनीति बना रहे रणनीतिकार प्रशांत किशोर दावा कर चुके हैं कि बीजेपी राज्य में दो अंकों को भी पार नहीं कर पाएगी।


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