नई दिल्ली, (एजेंसी)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े और अत्याधुनिक क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया जिसका नाम अब सरदार पटेल स्टेडियम की बजाय देश के प्रधानमंत्री के नाम पर नरेंद्र मोदी स्टेडियम होगा जिन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते इसकी संकल्पना की थी। मोटेरा स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी पर किए जाने को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि अब लोहपुरुष सरदार पटेल को भी वणक्कम ! पहले महात्मा गाँधी को खादी कैलेंडर से गायब किया और अब मोटेरा स्टेडीयम से सरदार पटेल को। एक ह्लआत्ममुग्धह्व प्रधानमंत्री और चाटुकारों की सरकार से इसी शर्मनाक व्यवहार की उम्मीद थी। जान लें, ‘बापू’ और ‘सरदार’ का नाम भाजपाई कभी नही मिटा सकते। गुजरात की अस्मिता को ललकारा है भाजपा ने ! जान लें, सरदार पटेल का नाम मिटा न तो नरेंद्र मोदी बड़े हो सकते और न ही सरदार पटेल की अमर ख्याति छोटी होगी। और देश के राष्ट्रपति ने ऐतराज क्यों नही किया? वो इस कुकृत्य में भागीदार क्यों बने? देश जबाब माँगता है ! वहीं, स्टेडियम के अंबानी एंड और रिलायंस एंड की तस्वीरों को ट्वीट करते हुए पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सरकार पर तंज कसा की नरेंद्र मोदी स्टेडियम जिसका उद्घाटन अमित शाह ने किया। इसके अडानी एंड और रिलायंस एंड भी है। मित्रों……, यह स्टेडीयम ‘हम दो, हमारे दो’ को समर्पित किया जाता है।
Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute
More Stories
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली
गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन