नयी दिल्ली, (एजेंसी)। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि आज हमने दिल्ली की कैबिनेट में दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के गठन को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अब अलग से दिल्ली बोर्ड आॅफ स्कूल एजुकेशन बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि ये बोर्ड तीन लक्ष्य पूरे करेगा। हमें ऐसे बच्चे तैयार करने हैं जो कट्टर देशभक्त हों, जो आने वाले समय में हर क्षेत्र में देश की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाने के लिए तैयार हों। हमारे बच्चे अच्छे इंसान बनें और ये बोर्ड बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए तैयार करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये अंतरराष्ट्रीय स्तर का बोर्ड बनाया जा रहा है। इंटरनेशनल प्रैक्टिस को हम स्कूलों और बोर्ड में लेकर आएंगे। इस साल 20-25 सरकारी स्कूलों को इस बोर्ड में शामिल किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि 4-5 साल में स्वेच्छा से सारे सरकारी, निजी स्कूल बोर्ड में शामिल हो जाएंगे। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने यह भी बताया कि दिल्ली में आखिर अपना शिक्षा बोर्ड बनाने की जरूरत क्यों पड़ी। उन्होंने कहा कि छह साल पहले हमने बजट का 25 फीसदी पैसा शिक्षा के ऊपर खर्च करना चालू किया। इससे सरकारी स्कूलों की इमारत अच्छी बनने लगी, लैब्स बनने लगे, साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था हुई इत्यादि। उन्होंने कहा कि हीन भावना से ग्रसित सरकारी स्कूलों का ढांचा बदला गया। हमने दूसरा परिवर्तन किया कि शिक्षकों और प्रिसिपलों को ट्रेनिंग के लिए अच्छी जगह भेजा। उन्हें क्रैम्बिज में प्रिशिक्षण दिया गया।


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