पटना। बिहार में बनने वाले पहले एक्सप्रेस वे आमस-दरभंगा के बनने का रास्ता साफ हो गया। केंद्र सरकार ने इस सड़क को नेशनल हाईवे डी-119 का नामकरण कर दिया है। केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय की ओर से इस बाबत इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई। अब इस सड़क के निर्माण के लिए विधिवत जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होगा। इसके बाद इसका टेंडर होगा। सड़क निर्माण का कार्य 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। उत्तर से दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली इस सड़क के महत्व को देखते हुए ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बातचीत की थी।
मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार औरंगाबाद में आमस के निकट नेशनल हाईवे 19 से एक्सप्रेस वे शुरू होगा। यह कच्ची दरगाह, हाजीपुर के कल्याणपुर, समस्तीपुर के ताजपुर से होकर दरभंगा में बेला नवादा में एनएच-27 में जाकर समाप्त होगा। लगभग 189 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे के पूरा होने से उत्तर से दक्षिण बिहार के बीच बेहतर सड़क सम्पर्कता कायम हो जाएगी। राज्य सरकार ने इस सड़क के लिए 180 दिनों के भीतर जमीन अधिग्रहण का लक्ष्य तय किया है। राज्य सरकार जमीन अधिग्रहण करेगी और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इसका निर्माण करेगा।
कुल परियोजना ग्रीनफील्ड यानी नई सड़क होगी। इसके लिए 60 मीटर चौड़ाई में जमीन अधिग्रहण किया जाएगा। राज्य के सात जिलों के 239 गांवों में इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम होगा। 1363 एकड़ जमीन सड़क परियोजना के लिए चाहिए। कुल गांवों में से 222 राजस्व गांवों में जमीन अधिग्रहण के लिए आवश्यक दस्तावेज का प्रकाशन किया जा चुका है। इसके बाद किसानों को जमीन अधिग्रहण का भुगतान शुरू कर दिया जाएगा। भूमि अधिग्रहण के समानांतर एनएचएआई इस सड़क का निर्माण भी शुरू करेगा।
अधिकारियों के अनुसार सड़क को चार पैकेज में बांटकर काम किया जाएगा। पहले पैकेज में आमस से शिवरामपुर का निर्माण होगा, जिसकी कुल लंबाई 55 किमी है। इस पर 1073.44 करोड़ रुपए खर्च होंगे। दूसरा पैकेज शिवरामपुर से रामनगर तक का है। 54.30 किमी लंबे इस पैकेज के निर्माण पर 1066.64 करोड़ खर्च होंगे। तीसरा पैकेज कल्याणपुर से पाल दशहरा तक का होगा। 45 किमी लंबे इस पैकेज को बनाने में 1150 करोड़ खर्च होंगे। जबकि अंतिम व चौथे पैकेज में पाल दशहरा बेला नवादा सड़क का निर्माण होगा। 44.10 किमी लंबे इस पैकेज में 1534.07 करोड़ खर्च होंगे। इसके अलावा रामनगर से सबलपुर जिसकी लंबाई 14 किमी है, भारतमाला परियोजना के तहत जमीन अधिग्रहण कर निर्माण किया जाएगा।
चारों पैकेज को दो साल के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। इस सड़क के बीच में कच्ची दरगाह से बिदुपुर छह लेन पुल का निर्माण राज्य सरकार अपने संसाधनों से करा रही है। 2023 के शुरूआत में इसे पूरा कर लिया जाएगा। इस तरह आमस-दरभंगा एक्सप्रेस वे को 2024 तक चालू कर लिया जाएगा। अब अधिसूचना जारी होते ही आमस-दरभंगा सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण के बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। एनएचएआई को भरोसा है कि इस सड़क को बनाने के लिए नामी-गिरामी एजेंसियां शामिल होंगी।
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