राष्ट्रनायक न्यूज।
पटना (सारण)। बिहार की राजधानी पटना जिले में जमीन की रजिस्ट्री महंगी हो जाएगी। मुख्य मार्गों पर भूमि के सर्किल रेट में 50 प्रतिशत तक वृद्धि हो सकती है। लिंक रोड में 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो सकती है। सर्किल रेट किस इलाके में कितना बढ़ाया जाए, इसे लेकर 12 टीमें सर्वेक्षण का काम कर रही हैं। सर्वे का काम 25 मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है।
अधिकारियों का कहना है कि यदि सर्वेक्षण रिपोर्ट में 31 मार्च के पहले राज्य सरकार की ओर से स्वीकृति मिल जाएगी तो एक अप्रैल 2021 से नया सर्किल रेट लागू कर दिया जाएगा। सर्वेक्षण का काम शहरी और ग्रामीण इलाकों में किया जा रहा है। व्यावसायिक मुख्य, केवल व्यावसायिक, टाल, कृषि, आवासीय, मुख्य और आवासीय सहायक सड़कों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि व्यावसायिक और आवासीय क्षेत्र के मुख्य मार्गों का शुल्क 50 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है।
टाल एवं कृषि योग्य भूमि का सर्किल रेट 25 से 30 फीसदी बढ़ने की संभावना है। इससे पहले 31 जनवरी 2016 को सर्वेक्षण किया गया था, जिसमें भूमि का सर्किल रेट पहले की तुलना में डेढ़ गुना अधिक कर दिया गया था। सर्वेक्षण के बाद एक फरवरी 2016 से 31 मार्च 2017 तक के लिए नई दर लागू की गई थी। एक बार फिर चार साल बाद सर्किल रेट बढ़ाने के लिए सर्वेक्षण शुरू किया गया है।
इन इलाकों में चल रहा काम: गोला रोड, आशियाना, रूपसपुर नहर के दोनों तरफ मुख्य सड़क पर, बिहटा सरमेरा फोरलेन, पटना-डोभी एनएच, नौबतपुर प्रखंड के गोपालपुर और चिरौरा, पालीगंज, सबलपुर, फतुहा, खुसरूपुर, बाढ़, बख्तियारपुर, मोकामा, बिक्रम, मसौढ़ी, बिहटा, संपतचक।
हर क्षेत्र में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी: पटना जिले की सभी मुख्य सड़कों पर वर्तमान समय में सर्किल रेट में 50 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो सकती है, जबकि लिंक रोड में 25 से 30 प्रतिशत शुल्क में इजाफा होने की संभावना है। अधिकारियों का कहना है कि नए सर्वेक्षण में कृषि योग्य भूमि का भी रजिस्ट्री शुल्क बढाया जाएगा। आवासीय क्षेत्र में अधिक शुल्क की बढ़ोतरी होगी।
शुल्क में तीन गुना का अंतर: 31 मार्च 2017 को पटना जिले में भूमि का नया सर्किल रेट लागू किया गया था। इसमें कृषि और आवासीय क्षेत्र के मुख्य सड़कों के सर्किल रेट में औसतन तीन गुना का अंतर है। लेकिन पटना के दानापुर, फुलवारीशरीफ, बख्तियारपुर और संपतचक में यह दर अन्य क्षेत्रों से अधिक है। वर्तमान समय 2017 में लागू सर्किल रेट से ही पटना में भूमि की रजिस्ट्री होती है। अधिकारियों का यह भी कहना है कि पटना शहर और आसपास के इलाकों में भूमि के रजिस्ट्री शुल्क में अच्छी खासी बढ़ोतरी की जा सकती है।


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