नई दिल्ली, (एजेंसी)। देश के साथ-साथ बिहार में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य में अब लॉकडाउन लगाने के बाद की जा रही है। राज्य में अब लगभग 12000 नए मामले प्रतिदिन आ रहे हैं। ऐसे में आॅक्सीजन और बेड की किल्लत भी बढ़ रही है। हालांकि राज्य में पहले से ही नीतीश कुमार ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर रखा है। लेकिन इस बात की अटकलें जोर पकड़ रही है कि क्या अब बिहार में लॉकडाउन लगाया जाएगा?
बिहार में ऐसे कई दल है जो लॉकडाउन लगाने के पक्ष में है। चर्चा इस बात की भी है कि नीतीश कुमार राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रहे हैं। बिहार के उद्योग संघों ने भी लॉकडाउन का समर्थन किया है। बिहार के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और नीतीश सरकार में मंत्री रामसूरत राय पहले ही लॉकडाउन का समर्थन कर चुके हैं। लेकिन अब लॉकडाउन को लेकर एनडीए में ही तकरार देखने को मिल रही है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लॉकडाउन का विरोध किया है।
मांझी ने ट्वीट कर कहा कि मैं लॉकडाउन का समर्थन करूंगा यदि 3 महीना तक सब का बिजली बिल, पानी बिल, स्कूल-कॉलेजों की फीस माफ कर दिया जाए। उन्होंने आगे कहा कि किरायेदारों का किराया, बैंक लोन, ईएमआई माफ कर दिया जाए। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि किसी को शौक नहीं होता जान जोखिम में डालकर बाहर जाना पर रोटी और कर्ज जो ना कराए। यह बात एसी वाले लोग नहीं समझेंगे। जीतन राम मांझी के इस ट्वीट के बाद एनडीए में तकरार बढ़ सकती है। साथ ही साथ नीतीश सरकार को भी कोरोना वायरस पर कठोर निर्णय लेने में मुश्किलें पैदा कर सकती है। उन्होंने आगे कहा कि इस संकट की घड़ी में कुछ लोग अउ कमरे में बैठकर सिर्फ़ बयानबाजी कर रहें हैं लेकिन हमारे निर्देश पर पार्टी का हर सिपाही अवाम के साथ है,रात के 1 बजे भी पार्टी की एक टीम फतुहा के आॅक्सीजन प्लांट में जरूरतमंदों को ऑक्सीजन की कमी ना हो उसके लिए मुस्तैद है।


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