हाजीपुर। महाप्रबंधक श्री ललित चंद्र त्रिवेदी ने ‘‘महासंवाद’’ कार्यक्रम के तहत् आज दिनांक 26 अप्रैल को विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना के कारण उत्पन्न वर्तमान परिस्थितियों पर कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों एवं रेलकर्मियों के साथ विचार विमर्ष किया। महाप्रबंधक ने रेलकर्मियों के हित में कोरोना से बचाव एवं इसकी चिकित्सा के लिए पूर्व मध्य रेल द्वारा उठाए गए कदमों से सभी को अवगत कराया। आज की इस वर्चुअल बैठक की खास बात यह रही कि पूर्व मध्य रेल क्षेत्र के दूर-दराज के रेलकर्मियों ने भी महाप्रबंधक से सीधा संवाद स्थापित किया और अपने-अपने सुझाव दिए। बैठक का मुख्य उद्देष्य रेलकर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु समुचित चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना और आगे की रणनीतियों पर विचार करना था।
इस अवसर पर महाप्रबंधक ने कहा कि हम यूनियन के पदाधिकारियों एवं रेलकर्मियों की बातों को काफी गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कठिन दौर में हर पहलुओं की बारीकी से निगरानी और इसकी समीक्षा भी की जा रही है। कोरोना संक्रमण को देखते हुये सभी रेलवे चिकित्सालयों में चिकित्सकीय संसाधनों की उपलब्धता सुनिष्चित की गई है। रेलकर्मियों एवं उनके परिजनों का टीकाकरण कार्य निरन्तर जारी है।
महाप्रबंधक ने कहा कि ना तो हमारे पास धन की कमी है और ना ही चिकित्सीय संसाधनों की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित रेलकर्मियों की सुविधा के लिए कोविड फंड बनाया गया है जिसमें सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा स्वेच्छा से इस कोष में पैसा जमा कराया जा रहा है। महाप्रबंधक ने दानापुर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, धनबाद, सोनपुर एवं समस्तीपुर सहित सभी मंडलों में कोविड कंट्रोल हेल्पलाइन नं. चालू करने तथा कोविड के लिए एक-एक नोडल ऑफिसर बनाने का आदेष मंडल रेल प्रबंधकों को दिया। साथ ही दूर-दराज स्थित रेलवे यूनिट आदि के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी अवष्य होनी चाहिए।
ऑक्सीजन की अनिवार्यता पर बल देते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि ऑक्सीजन गैस का प्रबंध करना अभी सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए सभी मंडलों को निर्देष जारी किया गया कि अपने-अपने मंडलों में आॅक्सीजन का पर्याप्त भंडार सुनिष्चित करें। सभी मंडलों में सेंट्रल गैस डिस्ट्रीब्यूषन का प्रबंध करने के लिए निर्देष जारी किया गया ताकि रेलवे चिकित्सालयों के हर बेड तक आॅक्सीजन आसानीपूर्वक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग में अनावष्यक विलंब नहीं होना चाहिए ताकि कोरोना पॉजीटिव मामलों की जल्द से जल्द पहचान कर समय पर इसकी समुचित चिकित्सा हो सके। कुछ रेलकर्मी ऐसे भी हैं जिनके घर में पॉजेटीव मामले के कारण भोजन में असुविधा हो रही है। ऐसे रेलकर्मियों की सुविधा के लिए बड़े जगह पर एक ऐसा केंद्र बनाया जाए जहां भोजन पानी की व्यवस्था करते हुए इसे रेलकर्मियों के घरों तक पहुुंचाने का प्रबंध किया जा सके।
महाप्रबंधक ने कहा कि कार्य स्थल पर सेनिटाइजर आदि की उपलब्धता, आपसी दूरी बनाए रखने सहित कोविड के मानकों का शत-प्रतिषत अनुपालन सुनिष्चित किया जाए। उन्होंने बल दिया कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाए ताकि लाइन में काम करने वाले कर्मचारियों द्वारा भी कार्य के दौरान समुचित दूरी का पालन किया जा सके। महाप्रबंधक ने कहा कि टाईप-1 अथवा टाईप-2 के वैसे रेलकर्मी जो आइसोलेषन में हों, उनकी सुविधा के लिए सभी मंडलों द्वारा स्थल का चयन करते हुए आंषिक लक्षण वाले आइसोलेषन में रह रहे रेलकर्मियों के लिए बेड का प्रावधान किया जाए। इसके लिए सामुदायिक भवन को भी उपयोग में लाया जा सकता है। महाप्रबंधक ने सभी रेलवे चिकित्सालयों के क्षमता विस्तार पर विषेष बल दिया। रेलकर्मियों सहित सभी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए महाप्रबंधक ने आषा व्यक्त की कि इच्छाषक्ति, संयम, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शीघ्र ही हम कोरोना पर विजय प्राप्त करने में सफल होंगे।


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