पटना: ऐसे समय में जब भारत ‘कोविड-19 की दूसरी लहर’ की चपेट है और जिसके चलते ऑक्सीजन की कमी हो गयी है, एल एंड टी ने देश में मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन की मांग पूरी करने के लिए दीर्घकालिक समाधान उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करना तत्काल शुरू कर दिया है। एल एंड टी भारत के ऐसे विभिन्न अस्पतालों में 22 ऑक्सीजन जनरेटर्स डिलिवर करना शुरू कर देगा, जहां ऑक्सीजन की गंभीर रूप से कमी है। ये यूनिट्स वातावरण से वायु अवशोषित करेंगी और उसके बाद, इसे मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन में बदलेंगी और तत्पश्चात इसे अस्पतालों में पहले से मौजूद पाइप्स के जरिए पहुंचाया जायेगा।
इनमें से नौ उपकरणों की पहली खेप 9 मई तक भारत पहुंच जाएगी। इन्हें 15 मई से उन अस्पतालों में वितरित किया जाएगा जिन्हें इसकी गंभीर आवश्यकता है और जिनके पास थोक ऑक्सीजन की आपूर्ति प्राप्त करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा नहीं है। एल एंड टी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक, श्री एस एन सुब्रह्मण्यन ने कहा, “यह एक अभूतपूर्व स्थिति है, और हम ऑक्सीजन की गंभीर कमी के परिणामों से बेहद दुखी हैं। मानव जीवन से अधिक महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं हो सकता है और एल एंड टी राष्ट्र के प्रति संकल्पित है। भारत और विदेशों की हमारी टीमें पिछले कुछ दिनों में केवल एक ओर ध्यान देते हुए पीएसए यूनिट्स को एसेंबल करने के लिए ऑक्सीजन जनरेटर और अन्य घटकों की खरीद करने में सक्षम रही हैं। हम सब मिलकर कोविद -19 को मात देंगे।ह्व
एल एंड टी दुनिया के विभिन्न हिस्सों से कल-पुर्जे मंगा रहा है। एल एंड टी के हजीरा विनिर्माण परिसर में एसंबल हो जाने के बाद, प्रत्येक भाग एक संपूर्ण ऑक्सीजन निर्माण इकाई बन जायेगा। परीक्षण के बाद, उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भेजा जाएगा जहां वे तुरंत चिकित्सा ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू कर देंगे। प्रत्येक इकाई में एक कंप्रेसर, ड्रायर, ऑक्सीजन जनरेटर और दो भंडारण टैंक हैं जो 1,750 से अधिक बेड के साथ अस्पतालों या चिकित्सा सुविधाओं की आवश्यकताएं पूरी कर सकते हैं।
यूनिट्स, प्लग-एंड-प्ले सिद्धांत पर काम करती हैं। सभी घटक कल-पुर्जों के तैयार हो जाने के बाद, कंप्रेसर हवा को कुछ ही मिनटों में एक विशेष दबाव तक पहुंचा देता है। जनरेटर फिर पाइप में आॅक्सीजन पंप करना शुरू कर देता है। प्रत्येक इकाई की क्षमता 1,000 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) से 500 एलपीएम तक है। 1,000 एलपीएम मशीन एक साथ 100 से अधिक बेड को सेवा प्रदान कर सकती है। 500 एलपीएम मशीन किसी भी समय 50 से अधिक बेड को सेवा प्रदान कर सकती है। एल एंड टी का योगदान अस्पतालों की दीर्घकालिक ऑक्सीजन मांग को पूरा करना है। ये स्थायी इकाइयाँ अगले 10-15 वर्षों तक अस्पतालों की सेवा करेंगी।


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