नयी दिल्ली, (एजेंसी)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को यहां राममनोहर लोहिया अस्पताल का दौरा किया और कोविड-19 के गंभीर रोगियों के क्लीनिकल प्रबंधन के लिए उसकी तैयारियों की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों में अभूतपूर्व बढ़ोतरी के मद्देनजर दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति और प्रशिक्षित मानवबल के अलावा आॅक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति, आॅक्सीजन वाले बिस्तर, आईसीयू बिस्तर की आवश्यकता बढ़ गई है। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि हर्षवर्धन ने अस्पताल के अंदर टीकाकरण केंद्र का भी दौरा किया और टीका लेने वाले लाभार्थियों के साथ ही उन व्यक्तियों से भी बातचीत की जिनकी टीकाकरण के बाद किसी प्रतिकूल प्रभाव के लिए निगरानी की जा रही थी। अस्पताल ने उन्हें आश्वासन दिया कि पूरी प्रक्रिया सुचारू है।
हर्षवर्धन ने स्वास्थ्यकर्मियों के साथ भी बातचीत की और महामारी के दौरान काम करने की उनकी प्रतिबद्धता के लिए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने आॅक्सीजन वाले बिस्तर और आईसीयू-वेंटिलेटर बिस्तरों सहित बिस्तरों की उपलब्धता की विस्तार से समीक्षा की। चिकित्सा अधीक्षक डॉ ए के सिंह राणा ने कोविड-19 रोगियों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए बिस्तरों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताया।
बयान के अनुसार राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में शुरूआत में दो समर्पित भवनों में 172 कोविड बिस्तर थे, जिनमें से 158 आॅक्सीजन वाले बिस्तर और 14 कोविड आईसीयू बिस्तर थे। कोविड संदिग्ध ब्लॉक जिसमें कोविड लक्षणों के आधार पर रोगियों को भर्ती किया जाता है, वहां 44 अन्य बिस्तर हैं जिनमें से 30 में आॅक्सीजन वाले बिस्तर हैं और 14 आईसीयू बिस्तर हैं। कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के बाद कोविड बिस्तरों की संख्या बढ़ाकर 215 कर दी गई है। बयान के अनुसार हर्षवर्धन को अस्पताल के और 200 बिस्तर बढ़ाने की योजना के बारे में बताया गया जिसका सुझाव उन्होंने ही दिया था।


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