राष्ट्रनायक न्यूज।
पटना (बिहार)। गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी गोदरेज एंड बॉयस ने आज घोषणा की कि उसकी इकाई गोदरेज इंटीरियो (संस्थागत और घरेलू फर्नीचर की दुनिया में अग्रणी ब्रांड) ने ऊर्जा दक्षता, जल संरक्षण, कार्बन न्यूट्रिलिटी और अक्षय ऊर्जा में हिस्सेदारी बढ़ाने जैसे क्षेत्रों में अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों का खुलासा कर दिया है। गोदरेज एंड बॉयस की ईपी100 प्रतिबद्धता के अनुरूप, गोदरेज इंटीरियो ने 2030 तक अपनी ऊर्जा उत्पादकता को दोगुना करने पर भी प्रतिबद्ध व्यक्त की है।
अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों के हिस्से के रूप में गोदरेज इंटीरियो का लक्ष्य अपने पोर्टफोलियो राजस्व का एक तिहाई हिस्सा अच्छे और हरे उत्पाद और सेवाओं से जुटाना शामिल है। वित्त वर्ष 2020-21 में 22 उत्पादों को अच्छे और हरे उत्पादों की पेशकश में जोड़ा गया, जिससे इनकी कुल संख्या 120 हो गई। अब कंपनी ने वित्त वर्ष 21-22 में अच्छे और हरित उत्पादों की संख्या को 120 से बढ़ाकर 130 करने की योजना बनाई है। जबकि गोदरेज इंटीरियो ने पहले ही वित्त वर्ष में गुड एंड ग्रीन उत्पादों से 45 प्रतिशत राजस्व हिस्सेदारी हासिल कर ली है, 2020-21 के लिए इसका लक्ष्य निकट भविष्य के लिए गुड एंड ग्रीन से 45 फीसदी राजस्व हिस्सेदारी हासिल करना है।
गोदरेज इंटीरियो के सीओओ श्री अनिल सेन माथुर ने कहा, ‘‘गोदरेज इंटीरियो में हमारी सस्टेनबिलिटी संबंधी रणनीति गोदरेज एंड बॉयस की ‘गुड एंड ग्रीन’ पहल के साथ आगे बढ़ रही है, जो हमारे गहरे और स्थायी विश्वास को रेखांकित करती है कि नवाचार और स्थिरता को सभी लोगों तक पहुंचाया जाना चाहिए। दोनों का मेल रोजगार, ऊर्जा दक्षता, सामुदायिक विकास और एक सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने और सुनिश्चित करने की हमारी यात्रा को बढ़ावा देगा। हमें एक ऐसी कंपनी का हिस्सा होने पर गर्व है जो ईपी100 पहल जैसे वैश्विक कारणों के लिए प्रतिबद्ध है और गोदरेज इंटीरियो के रूप में, हम इस प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और इस प्रकार स्मार्ट एनर्जी उपयोग के मार्ग का नेतृत्व करने में मदद कर सकते हैं।’’
गोदरेज इंटीरियो ने अपनी दीर्घकालिक विनिर्माण पहल के एक हिस्से के रूप में ऊर्जा खपत को कम करने के लिए सभी विनिर्माण स्थानों पर विभिन्न तकनीकों को अपनाया है। इन तकनीकों में पंप और ब्लोअर पर वीएफडी का उपयोग, वेस्ट रिकवरी टैक्नोलॉजी जैसे कि हीट पाइप, हीट पंपों का उपयोग, ऊर्जा कुशल मशीनों की स्थापना और ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था आदि का उपयोग शामिल है। गोदरेज इंटीरियो ने अपनी ऊर्जा को कम कर दिया है। वित्त वर्ष 2010-11 के गुड एंड ग्रीन विजन बेसलाइन के आधार पर गोदरेज इंटीरियो ने ऊर्जा खपत में 49.5 प्रतिशत और पानी की खपत में 43 फीसदी की कटौती की है। इसने 20-21 में अक्षय ऊर्जा में 23 प्रतिशत हिस्सेदारी भी हासिल की।
कंपनी की योजना अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं में अगले 3 वर्षों में 60 मिलियन रुपये का निवेश करने की है। इसी तरह गोदरेज इंटीरियो के संयंत्रों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) या एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) के जरिए पानी को रिसाइकिल किया जा रहा है। ईटीपी के माध्यम से रिसाइकिल किए गए पानी को खालापुर, चेन्नई और भगवानपुर में रिवर्स आॅस्मोसिस जैसी उन्नत तकनीकों के माध्यम से विनिर्माण प्रक्रियाओं में फिर से उपयोग के लिए तैयार किया जाता है। वर्ष 2020-21 में, लगभग 40,440 किलोलीटर पानी को रिसाइकिल करते हुए इसका फिर से उपयोग किया गया, जो कि इंटीरियो के विनिर्माण संयंत्रों में कुल मीठे पानी के उपयोग का 31 प्रतिशत हिस्सा है। कंपनी आने वाले वर्षों में इस प्रतिशत को और अधिक महत्वपूर्ण स्तरों तक बढ़ाने की योजना बना रही है।


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