राष्ट्रनायक न्यूज।
गोरौल/वैशाली (बिहार)। सन 1972 से पूरी दुनिया में 5 जून को हर साल विश्व पर्यावरण दिवस लोगों में पर्यावरण को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है। अगर आप भारत के किसी बड़े शहर में रहते हैं, तो आप जानते होंगे कि यहां रह रहे लोग हर साल बढ़ते तापमान और प्रदूषण के बीच किस तरह जी रहे हैं। ये हाल सिर्फ दिल्ली या मुंबई जैसे शहरों का नहीं है बल्कि पूरी दुनिया का है। आज तेज़ी से बढ़ता तापमान और प्रदूषण इंसानों के साथ-साथ पृथ्वी पर रह रहे सभी जीवों के लिए बड़ा ख़तरा बन गया है। यही वजह है कि कई जीव-जन्तू विलुप्त हो रहे हैं। साथ ही लोग भी सांस से जुड़े कई तरह के रोगों से लेकर कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल हैं इस तरह के घर यह सब सिर्फ पर्यावरण में बदलाव और उसको पहुंचते नुकसान की वजह से है। हम ख़ुद अपने पर्यावरण का ख़्याल नहीं रख रहे हैं, यही वजह है कि धीरे-धीरे हमारी ज़िंदगी मुश्किल होती जा रही है। और इसीलिए पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करना ज़रूरी है।
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