नई दिल्ली, (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को लेकर लगातार खबरें आती रहती हैं। इन सब के बीच 2 दिन पहले योगी आदित्यनाथ केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर गए थे। मुलाकात के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे है। हालांकि, ऐसी खबरें लगातार आती रहती है कि योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य के बीच भारी मतभेद रहते है। इसी को लेकर जब केशव मौर्य से सवाल किया गया तो उन्होंने इससे साफ इनकार किया और कहा कि वह योगी आदित्यनाथ के साथ हैं, साथ हैं और साथ रहेंगे। यदि बीच में कोई दीवार आई तो उसे भी गिरा देंगे।
माना जा रहा है कि रिश्तो में आई कड़वाहट में अब सियासी मिठास घोलने की कवायद की जा रही है। दोनों नेताओं के बीच मिठास घोलने की रणनीति भाजपा और संघ की ओर से बनाई जा रही है। केशव प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि बहुत ज्यादा अर्थ निकालने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री हमारे घर बेटे और पुत्र वधू को आशीर्वाद देने आए थे। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के सह-सरकार्यवाह डॉक्टर कृष्ण गोपाल व कई पदाधिकारी उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर आयोजित दोपहर भोज में शामिल हुए।
आधिकारिक तौर पर यह भोज उप मुख्यमंत्री मौर्य ने पिछली 22 मई को संपन्न हुए अपने पुत्र योगेश मौर्य के विवाह के उपलक्ष्य में दिया था लेकिन इसके राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं और इसकी कई वजहें गिनाई जा रही हैं। यह दावा किया जा रहा है कि पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास में रहने वाले मुख्यमंत्री पिछले साढ़े चार साल में मौर्य के सरकारी आवास पर पहली बार गये। योगी और केशव मौर्य के बीच कथित राजनीतिक मतभेद की खबरें भी समय-समय पर मीडिया की सुर्खियां बनती रही हैं।
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