नई दिल्ली, (एजेंसी)। आतंकवादी संगठनों के साथ कथित तौर पर काम करने को लेकर जम्मू कश्मीर में करीब 11 सरकारी कर्मचारी बर्खास्त किया गया है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि बर्खास्त कर्मचारियों में हिजबुल मुजाहिदीन के संस्थापक सैयद सलाहुद्दीन के बेटे भी शामिल हैं। टाइम्स आॅफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार भारत के संविधान के अनुच्छेद 311 (2) (सी) के तहत मामलों की जांच और सिफारिश करने के लिए जम्मू और कश्मीर में नामित समिति ने सरकारी सेवा से बर्खास्तगी के लिए कुल 11 मामलों की सिफारिश की।
बर्खास्त किए गए 11 कर्मचारियों में से 4 अनंतनाग के, 3 बडगाम के, 1-1 बारामूला, श्रीनगर, पुलवामा और कुपवाड़ा के हैं। इनमें से 4 शिक्षा विभाग में, 2 जम्मू-कश्मीर पुलिस में और 1 कृषि, कौशल विकास, बिजली, एसकेआईएमएस और स्वास्थ्य विभागों में कार्यरत थे। मोस्ट वांटेड आतंकवादी और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का सरगना सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे भी सरकारी नौकरी कर रहे थे। सरकारी सूत्रों ने यह भी पुष्टि की कि हिजबुल मुजाहिदीन के संस्थापक सैयद सलाहुद्दीन के बेटों को भी सरकारी सेवा से हटा दिया गया था। सैयद अहमद शकील और शाहिद यूसुफ भी आतंकी फंडिंग में शामिल थे।


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