लद्दाख, (एजेंसी)। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध के बीच चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी तिब्बती इलाके से आने वाले लोगों को ट्रेनिंग दे रही है। बताया जा रहा है कि चीन तिब्बती युवाओं को एलएसी पर तैनात करने के लिए ट्रेनिंग दे रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीनी सेना तिब्बती युवाओं में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति वफादारी और सेना के लिए कुर्बान होने का जज्बा पैदा कर रही है। इसके अलावा तिब्बती युवाओं को चीनी भाषा भी सिखाई जा रही है। कहा जा रहा है कि भारत के साथ जारी गतिरोध को लेकर एलएसी पर तिब्बती युवाओं की तैनाती की जाएगी। इसी वजह से उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है।
भारत के पड़ोसी मुल्क चीन को लगता है कि पीपल्स लिबरेशन आर्मी में तिब्बती युवाओं के शामिल होने से सैनिकों पर से दबाव कम होगा। इसके अलावा एलएसी जैसे पहाड़ी इलाकों में तिब्बती युवाओं की तैनाती से सेना को मजबूती मिलेगी। क्योंकि पहाड़ी क्षेत्रों के मौसम में तिब्बती युवा खुद को ढालने का हुनर जानते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत और चीन के सैनिकों के बीच में पिछले साल अप्रैल माह में गलवान घाटी पर झड़प हुई थी। जिसके बाद से ही गतिरोध जारी है और कई बार दोनों देशों की सेनाओं एक-दूसरे के आमने-सामने आ चुकी है। हालांकि गतिरोध को समाप्त करने के लिए दोनों देशों के बीच में कई दौर की सैन्य वार्ता हो चुकी है।
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