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जनसंख्या नियंत्रण पर नीतीश और बीजेपी में मतभेद, एमएलसी बोले- आबादी न थमी तो लोगों का होगा बुरा हाल

पटना: बिहार के पंचायती राज मंत्री व बीजेपी एमएलसी सम्राट चौधरी ने कहा है कि दो से अधिक बच्चों वाले पंचायत चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसको लेकर कानून में संशोधन पर पंचायती राज विभाग विचार कर रहा है। पंचायती राज मंत्री ने कहा कि इस कानून बनाने को लेकर विचार किया जा रहा है, जो 2026 के चुनाव से लागू हो सकता है। नगर निकाय की तर्ज पर यह कानून बनाने पर विचार चल रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि 2021 में होने जा रहे पंचायत चुनाव में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं रहेगा।

सम्राट चौधरी ने कहा कि यह बहुत स्पष्ट है कि इस देश में 200 प्रतिशत जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना चाहिए। इसमें कोई दो मत नहीं। बिहार में पहले ही नगर निकाय में यह कानून लागू है। अब समय गया है कि इसे पंचयतों में भी लागू किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही कानून बनाया है, जो नगर निकायों में लागू है, तो आगे की कार्रवाई में दिक्कत थोड़े ही है। सम्राट चौधरी ने कहा कि सीएम नीतीश ने इस संदर्भ में कहा कि लड़कियों में शिक्षा बढ़ने से प्रजनन दर में कमी आई है न कि इसका विरोध किया है। उन्होंने आगे कहा कि यदि जनसंख्या नियंत्रित नहीं की गई, तो लोग शिक्षित नहीं होंगे और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होगा। हमारे देश की बहनें पढ़ी-लिखी हैं और आगे बढ़ी हैं। ऐसे सख्त कानून की जरूरत है।

गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से मुखातिब होकर दो टूक कह दिया है कि वे जनसंख्या कंट्रोल करने के लिए कानून के पक्ष में नहीं हैं। वे मानते हैं कि जब महिलाएं शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर अपने आप कम हो जाएगी और बिहार में ऐसा हुआ भी है। मुख्यमंत्री ने आंकड़ों के साथ बताया कि 4 से घटाकर वे आंकड़े को 1.6 तक लाए हैं। जाहिर है इस दिशा में काम चलता रहेगा लेकिन कानून बनाना इसका समाधान नहीं है।