नई दिल्ली, (एजेंसी)। अभी हाल ही में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अरनिया सेक्टर में एक संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन नजर आया था। ड्रोन के नजर आते ही बीएसएफ के जवानों ने इस ड्रोन पर फायरिंग की थी लेकिन यह ड्रोन रात के अंधेरे में गायब हो गया था। अब बुधवार की देर रात भी एक ड्रोन अखनूर के पालनवाला सेक्टर में नजर आया है। अरनिया और पालनवाला सेक्टर दोनों ही जम्मू जिले में आते हैं। बताया जा रहा है कि पालनवाला सेक्टर के पास तैनात जवानों को एक संदिग्ध पाकिस्तान
Quadcopter नजर आया। यह ड्रोन एलओसी के पास भारतीय सीमा के अंदर 150 मीटर तक घुस आया था। सीमा पर तैनात जवानों ने तुरंत इस ड्रोन को निशाना बनाकर उसपर फायरिंग की, लेकिन इसे नीचे नहीं गिराया जा सका। यह ड्रोन तुरंत पाकिस्तान सीमा में घुसकर गायब हो गया। बता दें कि ऐसे ड्रोन का इस्तेमाल सीमा पर निगरानी के लिए किया जाता है। एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि यह घटना बुधवार की रात करीब 9.10 PM की है। इस ड्रोन के नजर आने के बाद जवानों ने इलाके की तलाशी भी ली लेकिन वहां कुछ भी नहीं मिला है। बता दें कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ऐसे ड्रोन का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर की सीमा में छिपे अपने आतंकियों को हथियार पहुंचाने के अलावा ड्रग्स और पैसे पहुंचाने के लिए करता है।
मंगलवार की रात बीएसएफ के जवानों ने जम्मू के अरनिया में एक संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन पर फायरिंग की थी। इससे पहले 27 जून को जम्मू स्थित भारतीय वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन के जरिए 2 धमाके किये गये थे। इन धमाकों में 2 जवान जख्मी हुए थे। इस घटना के बाद से कालूचक, रतनूचक, कंजूवानी और सुंजूवान स्थित मिलिट्री स्टेशन पर ड्रोन के नजर आने की ऐसी कई घटनाएं अब तक सामने आ चुकी हैं। जम्मू और कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान समर्थित आतकंवादियों की मदद के लिए ड्रोन के जरिए हथियार, ड्रग्स, और पैसे पहुंचाने की बात भी सामने आ चुकी है। बहरहाल अब एक बार फिर बुधवार को जम्मू में भारतीय वायुसेना स्टेशन के पास ड्रोन के मंडराने की खबर कई मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आई हैं। हालांकि, अभी अधिकारिक रुप से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। एक अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा है कि ‘सुरक्षा में तैनात जवानों को एक सफेद लाइट आईएएफ के नजदीक नजर आई। यह सैटेलाइट या फिर ड्रोन हो सकता है।


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