राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। मीडिया समूह दैनिक भास्कर के विभिन्न राज्यों में स्थित कार्यालयों पर आयकर विभाग की छापेमारी की कार्रवाई को दैनिक भास्कर के पाठकों व बुद्धिजीवियों सहित राजनीति दलों के नेताओं ने स्वतंत्र पत्रकारिता के ऊपर हमला बताया है। एकमा बाजार व आसपास के दैनिक भास्कर के नियमित पाठकों का कहना है कि दैनिक भास्कर की सच्ची पत्रकारिता से डर कर सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है। पाठकों ने बती कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गंगा में लाशों से लेकर कोरोना से मौतों के सही आंकड़ें देश के सामने पेश करने वाले दैनिक भास्कर समूह पर केन्द्र सरकार की यह दबिश उसके बदले की की कार्रवाई को उजागर करता है। यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर प्रत्यक्ष हमला है। वहीं माकपा नेता अरुण कुमार ने इसे प्रेस की आज़ादी पर हमला बताते हुए कहा है कि “दैनिक भास्कर” दफ्तरों पर आयकर की छापेमारी से मीडिया समूह को डराने का प्रयास किया गया है। उनका संदेश साफ़ है कि जो भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ बोलेगा, उसे वह छोड़ेंगे नहीं। लेकिन यह सोच काफी ख़तरनाक है। राजद के प्रखंड अध्यक्ष वकील यादव ने कहा है कि मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने देना चाहिए। सच्चाई को देश भर में निर्भीकता से उजागर कर रहे दैनिक भास्कर मीडिया समूह को दबाना इसके पाठकों के विचारों को दबाना है। उन्होंने कहा कि अपने विरोधियों को दबाने व सच को सामने आने से रोकने के लिए यह सरकार ईडी ,आईटी व अन्य एजेंसियो का दुरुपयोग कर रही है। उधर एकमा विधायक श्रीकांत यादव ने कहा है कि दैनिक भास्कर के वरिष्ठ पत्रकारों सहित मीडिया घरानों पर हमला लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कुचलने का एक कुत्सित प्रयास है। मैं इसकी घोर निंदा करता हूं। वहीं समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष राम नारायण यादव ने कहा है कि दैनिक भास्कर ने जिस बहादुरी से कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अपनी सच्ची रिपोर्ट प्रकाशित किया है, वह सच्ची पत्रकारिता की मिशाल है। लेकिन आयकर विभाग का भास्कर कार्यालय पर यह छापेमारी मोदी सरकार की लापरवाही व दमनकारी नीति को उजागर करता है।


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