नई दिल्ली, (एजेंसी)। देश के दो बड़े अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के बीच एक तरह से कारोबारी जंग छिड़ गई है। दरअसल, गौतम अडानी के अडानी समूह ने अपनी एक नयी सब्सिडरी कंपनी का गठन किया है। ये कंपनी रिफाइनरियों, पेट्रोरसायन परिसरों और हाइड्रोजन प्लांट की स्थापना करेगी। अडानी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजार को ये सूचना दी है। बहरहाल, अडानी समूह का ये कदम मुकेश अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए नई चुनौती है। आपको यहां बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले से ही इस कारोबार में सक्रिय है। रिलायंस इस क्षेत्र की लीडिंग कंपनी है। वहीं, अभी तक अडानी समूह इस क्षेत्र से दूरी बना रही थी।
मुकेश अंबानी से हुई शुरूआत: इस कारोबारी जंग की शुरूआत मुकेश अंबानी के ग्रीन एनर्जी में निवेश के ऐलान से होती है। दरअसल, जून में रिलायंस के एनुअल जनरल मीटिंग में मुकेश अंबानी ने कहा था कि कंपनी ग्रीन एनर्जी बिजनेस के लिए 75 हजार करोड़ खर्च करेगी। ये वो क्षेत्र है जहां पहले से अडानी समूह का दबदबा है। आपको बता दें कि अहमदाबाद का अडानी ग्रुप की कंपनियां कई क्षेत्रों में काम कर रही हैं। शेयर बाजार में इसकी छह सूचीबद्ध इकाइयां हैं। क्या कहते हैं एक्सपर्ट: विशेषज्ञों का कहना है कि अडानी समूह को रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्तर तक पहुंचने में काफी समय लग सकता है, लेकिन पेट्रोकेमिकल्स के कारोबार में एंट्री एक दिलचस्प बात है। ये आने वाले वक्त में कई नए मोड़ लेकर आने वाला है।
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