पटना(बिहार)। गंगा का उफान रोज तेज हो रहा है। बक्सर से कहलगांव तक यह नदी रविवार को पांच जगहों पर लाल निशान से ऊपर चली गई है। मनेर में सोन भी अब सीमा पार कर गया। अच्छी बात यह है कि तीन दिन में ही पुनपुन अपनी सीमा में चली गई। लेकिन, कोसी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ा है और वह खगड़िया के साथ कटिहार में भी लाल निशान को पार कर गई है। राज्य में दूसरी नदियों का जलस्तर तेजी से घट रहा है। बिहार में प्रवेश करने के साथ गंगा पांच जगहों पर लाल निशान को पार कर गई है। बक्सर में रविवार को इसका जलस्तर 33 सेमी बढ़ा और लाल निशान से 11 सेमी ऊपर चली गई। पटना के गांधी घाट में तो यह लाल निशान से 85 सेमी ऊपर बहने लगी है। दीघा में भी आज 26 सेमी ऊपर चढ़कर लाल निशान से 27 सेमी ऊपर बहने लगी है। इसके अलावा हाथीदह में 72 तो कहलगांव में 51 सेमी ऊपर बह रही है।
अब तक लाल निशान से नीचे बह रहा सोन नद अब मनेर में छह सेमी ऊपर चढ़ गया है और सोमवार तक इसके जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका है। पुनपुन अब खतरे के निशान से नीचे है। दूसरी नदियों का जलस्तर उतरने की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। दूसरी नदियों में कोसी का डिस्चार्ज बराह क्षेत्र में एक लाख तीन हजार और बराज पर एक लाख 27 हजार दर्ज किया गया। यह नदी खगड़िया में अब भी लाल निशान से 112 सेमी ऊपर बह रही है। लेकिन रविवार को कटिहार में भी लाल निशान से 73 सेमी ऊपर चली गई है। गंडक का डिस्चार्ज बाल्मीकिनगर बराज पर 97 हजार घनसेक है और यह नदी गोपालगंज में लाल निशान से 23 सेमी ऊपर बह रही है। बागमती मुजफ्फरपुर में 16 सेमी ऊपर है। कमला झंझारपुर में 70 सेमी ऊपर है।


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