इस्लामाबाद, (एजेंसी)। पाकिस्तान ने रविवार को चीन को आश्वासन दिया कि वह 60 अरब डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना सहित देश में विभिन्न परियोजनाओं में काम कर रहे चीनी नागरिकों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करेगा। इन परियोजनाओं में काम कर रहे चीनी श्रमिकों के खिलाफ हाल के हफ्तों में हिंसा बढ़ने पर पाकिस्तान का यह बयान आया है। ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के अनुसार चीन के राजदूत नोंग रोंग ने रावलपिंडी में गृह मंत्री शेख राशिद से मुलाकात की और देश में चीनी नागरिकों को प्रदान की जाने वाली सुरक्षा पर चर्चा की। राशिद ने नोंग से कहा कि पाकिस्तान देश में विभिन्न परियोजनाओं में काम कर रहे चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा। उन्होंने कहा कि सीपीईसी परियोजना ‘‘किसी बाहरी साजिश का शिकार’’ नहीं बनेगी। मंत्री ने कहा कि कोई भी ताकत पाकिस्तान और चीन के संबंधों में बाधा नहीं बन सकती।
अखबार के मुताबिक बैठक के दौरान, उन्होंने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों सहित आपसी हित के मुद्दों पर भी चर्चा की। निमार्णाधीन दासू बांध के निर्माण स्थल पर चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों को ले जा रही एक बस में 14 जुलाई को हुए विस्फोट पर भी चर्चा हुई और दोनों पक्षों ने जल्द से जल्द इस घटना की जांच पूरी करने का फैसला किया। इस घटना में नौ चीनी नागरिकों सहित कम से कम 13 लोग मारे गए थे। ऊपरी कोहिस्तान जिले में विस्फोट के बाद बस गहरी खाई में गिर गई थी। विस्फोट के बाद, चीन ने पाकिस्तान से भ्रामक सूचना मिलने के बीच विशेषज्ञों की 15 सदस्यीय टीम को रवाना किया था। आरंभ में पाकिस्तान ने कहा कि यह गैस विस्फोट का मामला हो सकता है। बाद में पाकिस्तान ने स्वीकार किया कि यह एक बम विस्फोट था। एक अन्य घटना में, अज्ञात बंदूकधारियों ने पिछले महीने चीनी कारखाने के दो श्रमिकों को ले जा रहे एक वाहन पर गोली चलाई थी।


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