राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ करने पर अमेरिकी उद्योगपति ने किया विरोध

लखनऊ, (एजेंसी)। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व छात्र और अमेरिका के जाने-माने उद्योगपति फ्रैंक इस्लाम ने शैक्षणिक और सांस्कृतिक नगरी अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ किए जाने के प्रयास पर अफसोस जाहिर करते हुए इसे अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने और उसे अलग-थलग करने के अभियान का हिस्सा बताया है। इस्लाम में बृहस्पतिवार को ‘भाषा’ से बातचीत में कहा कि अलीगढ़ शहर का नाम बदलना उसकी पहचान को मिटा देने के बराबर होगा। अलीगढ़ का नाम यहां रहने और यहां से शिक्षा प्राप्त करने वाले लाखों लोगों के दिल में बसा है और उनके लिए अलीगढ़ को किसी और नाम से पुकारना बेहद तकलीफदेह होगा। उन्होंने कहा कि राज्यों और शहरों के नाम बदलने का रिवाज बहुत पहले से चला आ रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों में नाम बदलने का जो चलन जारी है वह पूरी तरह से पूर्वाग्रह पर आधारित है।

इससे पहले, इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या किए जाने का जिक्र करते हुए इस्लाम ने कहा कि बहुसंख्यकवाद पर आधारित हिंदुत्ववादी राजनीति के उभार के साथ सरकारों का ऐसा रवैया अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने और उसे अलग-थलग करने के अभियान का हिस्सा है। सरकारों को समाज के बीच पुल बनाने चाहिए, न कि दीवारें खड़ी करना चाहिए। प्रतिष्ठित मार्टिन लूथर किंग जूनियर लेगेसी अवार्ड हासिल कर चुके फ्रैंक इस्लाम ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि खासकर मुस्लिम आस्था से जुड़े जिलों तथा नगरों का नाम बदलने से वह अल्पसंख्यक आबादी और भी आशंकित होगी जो पहले से ही असुरक्षा की भावना से घिरी है।

गौरतलब है कि अलीगढ़ जिला पंचायत ने हाल में अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ रखने का एक प्रस्ताव पारित करके इसे उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ नेतृत्व वाली सरकार के पास भेजा है। हालांकि सरकार ने अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया है। इस्लाम ने कहा कि कि यह तकलीफदेह होने के साथ-साथ चिंताजनक बात भी है कि भारत का एक खास वर्ग देश के सामने खड़ी चुनौतियों और महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के बजाय अतीत की लड़ाई लड़ने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ अलीगढ़ का नाम बदले जाने के जिला पंचायत के प्रस्ताव को नहीं मानेंगे।

You may have missed