पटना: जयप्रकाश नारायण, डॉ. राम मनोहर लोहिया जैसे समाजवादियों तथा बहुचर्चित चिंतकों और विद्वानों को पाठ्यक्रम से हटाने को लेकर भले ही जेपी विवि छपरा का मामला सामने आया हो, पर पटना विश्वविद्यालय समेत राज्य के कई और विश्वविद्यालयों में इस तरह की गड़बडियां हुई हैं। इसकी सूचनाएं शिक्षा विभाग तक भी पहुंच चुकी है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि महापुरुषों व आदर्श राजनेताओं के विचारों को राजनीतिशास्त्र विषय के सिलेबस से हटाने की समीक्षा को लेकर राज्यपाल व कुलाधिपति फागू चौहान ने 9 सितम्बर को राजभवन में बैठक बुलाई है।
इस बैठक में राज्य के सभी परंपरागत विश्वविद्यालयों के कुलपति समेत आलाधिकारी बुलाए गए हैं। राज्यपाल सह कुलाधिपति श्री चौहान की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, अपर मुख्य सचिव संजय कुमार, शिक्षा सचिव असंगबा चुबा आओ, उच्च शिक्षा निदेशक समेत सरकार और राजभवन सचिवालय के सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहेंगे। गौरतलब हो कि शिक्षा मंत्री ने राज्यपाल के पटना लौटते ही सोमवार को उनसे मुलाकात कर जेपी विवि छपरा द्वारा सिलेबस में की गई अनियमित व आपत्तिजनक बदलाव की जानकारी दी तथा इसको लेकर सरकार की भावना से उन्हें अवगत कराया। अगले ही दिन राज्यपाल ने बैठक की तारीख निर्धारित कर दी। शिक्षा मंत्री श्री चौधरी ने राज्यपाल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में जेपी, लोहिया के विचारों को हटाने का निराकरण कर उसे फिर से शामिल कराने को लेकर यह बैठक महत्वपूर्ण है।


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