पटना: साइबर अपराधियों के लिए पटना में फर्जी कागजात देकर अपने नाम का बैंक खाता खुलवाने वाले दो युवकों को पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान शेखपुरा जिले के मेह थाना इलाके का रहने वाला शिबू कुमार और गया जिले के गहलोर घाट ओपी निवासी राहुल कुमार के रूप में हुई है। रामकृष्णानगर में किराये के मकान में रहकर दोनों पढ़ाई करते थे। इन दोनों के द्वारा विभिन्न बैंकों में खुलवाए गए खातों में लाखों रुपए जमा हैं।
आरोपितों के पास से पासपोर्ट साइज की कई फोटो, चार मोबाइल फोन, फर्जी आधार और वोटर कार्ड, चेक बुक, बैंक खातों की विवरणी की डायरी व अन्य सामान बरामद किये गये हैं। थानेदार मनोरंजन भारती ने बताया कि शुक्रवार को शिबू और राहुल राजेंद्र नगर दक्षिणी गोलंबर के समीप स्थित आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाने पहुंचे थे। इसी बीच पुलिस बैंक चेकिंग करने पहुंच गयी।
युवकों की संदिग्ध गतिविधि देखकर उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि ये फर्जी तरीके से बैंक में खाता खुलवाने पहुंचे हैं। बाद में दोनों ने पुलिस को बताया कि वे साइबर अपराधियों के लिए बैंकों में खाता खुलवाते हैं। दूसरे के अकाउंट से पैसे उड़ाने के बाद उसे साइबर अपराधी इन्हीं खातों में ट्रांसफर करते हैं। इन खातों का एटीएम कार्ड और पासबुक भी उन्हीं के पास होता है। सोनू, उज्जवल और राकेश साइबर गैंग का सरगना है जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
पकड़े गये दोनों युवकों ने यह खुलासा किया कि उन्हें एक खाता खुलवाने के एवज में पांच हजार रुपये मिलते हैं। पांच खाते के बदले तीस हजार का महीना साइबर क्राइम गैंग के सरगना ने बांध रखा है। इसके अलावा खाते में ट्रांजेक्शन होने पर कमीशन अलग से मिलता है।
पुलिस सरगना और उनके गिरोह के अन्य सदस्यों तक नहीं पहुंच सके लिहाजा गिरफ्तार दोनों आरोपितों ने अपने पॉकेट में रखे सिमकार्ड को मुंह में रख लिया। शक होने पर पुलिस ने मुंह खुलवाया तो दोनों ने सिमकार्ड नीचे फेंक दिये। दोनों सिम खराब हो चुके हैं। पुलिस उनके नंबर का पता लगा रही है।


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