नयी दिल्ली, (एजेंसी)। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आंदोलन स्थगित करने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि समय आ चुका है जब न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी रूप दिया जाए। एसकेएम ने गुरुवार को किसानों का आंदोलन स्थगित करने का ऐलान किया लेकिन किसान नेता गुरनाम सिंह चडूनी ने साफ शब्दों में कहा कि अगर उनकी मांगें 15 जनवरी तक पूरी नहीं की जाती हैं तो वो आंदोलन बहाल करने का फैसला ले सकते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया कि अपना देश महान है, यहां सत्याग्रही किसान है! सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह ऐतिहासिक आंदोलन की ऐतिहासिक जीत है। अब समय आ गया है कि एमएसपी को कानूनी रूप दिया जाए। बहुत मांगों को सरकार ने लिखित रूप से स्वीकार किया है, उसपर सरकार की क्या नजर रहती है, उसपर हमारी नजर रहेगी। हमारें होठों पर मुस्कान है लेकिन आंखें नम हैं।
एसकेएम ने कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल से अधिक समय से जारी प्रदर्शन को गुरुवार को स्थगित करने का फैसला किया और ऐलान किया कि किसान 11 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं वाले विरोध स्थलों से घर लौट जाएंगे और 15 जनवरी को एसकेएम की बैठक फिर होगी। जिसमें देखा जाएगा कि क्या सरकार ने उनकी मांगों को पूरा किया है या नहीं। वहीं दूसरी केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस सरकार ने टकराव का रास्ता नहीं बल्कि बातचीत का रास्ता अपनाया है। संवेदनशीलता के साथ बातचीत का रास्ता अपनाया है। सरकार की नीति और नियत अन्नदाताओं, कृषि के पक्ष में है। यह हर व्यक्ति समझता है, वह भी समझ रहे हैं।


More Stories
यह तो संविधान का अपमान भी है
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली