- वाराणसी मंडल द्वारा पहली बार ऑनलाइन प्रकाशित पत्रिका “काशी प्रतिबिंब” का अपर महाप्रबंधक ने किया विमोचन
- बैठक में आपदा राहत के लिए कार्यवाई, संरक्षा मदों, समयपालन, माललदान, ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ियों का संचलन, खर्चों पर नियंत्रण, रेल खंडो एवं लूप लाइन की गति बढ़ाने के संबंध में की गई परिचर्चा
राष्ट्रनायक न्यूज।
पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी। अपर महाप्रबन्धक, पूर्वोत्तर रेलवे अमित कुमार अग्रवाल ने अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे में 28 मई को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के भारतेंदु सभा कक्ष में मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय एवं शाखाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) ज्ञानेश त्रिपाठी, अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) एस पी एस यादव, अपर मंडल रेल प्रबंधक (प्रशासन) राहुल श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी समीर पॉल, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक संजीव शर्मा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) राकेश रंजन,वरिष्ठ मंडल इंजीनियर तृतीय अनुज वर्मा, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (C&W) एस पी श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (O&F) अलोक केसरवानी, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक श्रीमती प्रीती वर्मा, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर त्रयम्बक तिवारी, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त डा अभिषेक, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी आशुतोष शुक्ला,वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर ए के सिंह, वरिष्ठ मंडल आंकड़ा प्रबंधक एस एन राम, वरिष्ठ मंडल भण्डार प्रबंधक ए के जायसवाल, विधि अधिकारी राहुल श्रीवास्तव, राजभाषा अधिकारी ज्ञानप्रकाश राय एवं अन्य अधिकारी गण उपस्थित थें।
इस अवसर पर अपर महाप्रबन्धक अग्रवाल ने वाराणसी मंडल द्वारा पहली बार ऑनलाइन प्रकाशित पत्रिका “काशी प्रतिबिंब” का आभाषी माध्यम से विमोचन किया। उन्होंने कहा पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इन्हीं आयामों में एक भाषा भी है जो अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है। यह पत्रिका देखकर मुझे लगता है कि हमारे रेल कर्मी भारतीय रेल के विभिन्न जटिल पहलुओं में महारत प्राप्त कर रेल संचालन के साथ- साथ साहित्य सृजन में भी दक्ष हैं। रचनाकार रेल अधिकारियों और कर्मचारियों को मैं बधाई देता हूँ। अपर महाप्रबन्धक अग्रवाल ने बैठक का आरंभ आपदा राहत के लिए कार्यवाई बिंदुओं पर क्रमवार परिचर्चा से की। उन्होंने रेल अवपथन एवं दुर्घटनाओं के समय न्यूनतम समय में दुर्घटना स्थल पर पहुँचने, घटना की सटीक रिपोर्टिंग एवं मानिटरिंग करने, दुर्घटना राहत यान एवं सहायता दल को घटना स्थल पर पहुँचाने,रणनीति बनाकर परिस्थितियों को ठीक करने,आवश्यकतानुसार हाइड्रोलिक एवं क्रेन की व्यवस्था करने, अतिरिक्त क्रेन ऑपरेटर एवं राहत कर्मियों की व्यवस्था रखने, दुर्घटना साईट के इंचार्ज एवं कर्मचारियों को यथोचित विश्राम हेतु बैकअप देने, दुर्घटना के प्रभाव में अटकी यात्री गाड़ी के यात्रियों को राहत सामग्री पहुँचाने, वैकल्पिक व्यवस्था कराकर यात्रियों को उनके गन्तव्य के लिए रवाना करने, रिस्टोरेशन में लगने वाले समय का सही अनुमान लगाने एवं अप्रत्याशित स्थिति हेतु अतिरिक्त समय रखने, मल्टिपल HRE गैंग तथा हाइड्रोलिक JCB को सदैव तैयार रखने एवं आवश्यकतानुसार हाई केपेसिटी क्रेन प्रयोग करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त अपर महाप्रबंधक ने सभी विभागों के अधिकारीयों को आपदा की स्थिति में साईट पर पहुँचने और रिस्टोरेशन में सहायक भूमिका निभाने का निर्देश दिया । इसके साथ ही उन्होंने एक्सिडेंट मैन्युअल के अनुसार विभागवार दायित्व के निर्वहन एवं जिम्मेदारी के बारे में विस्तार से बताया।
अपर महाप्रबन्धक अग्रवाल ने वाराणसी मंडल के न्यायालय में चल रहे विभिन्न वाणिज्यिक लाइसेंसिंग, भूमि लाइसेंसिंग एवं केन्द्रीय औद्योगिक विवाद न्यायाधिकरण केसों का संज्ञान लिया और सम्बंधित को निस्तारण हेतु दिशा निर्देश दिया। उन्होंने कार्यान्वयन/ अपील की प्रतीक्षा में स्थापना/ अतिक्रमण के मामलों का संज्ञान लिया और सम्बंधित को दिशा निर्देश दिया । उन्होंने मंडल से गुजरने वाली गाड़ियों की समयबद्वता में सुधार लाने हेतु दिशा-निर्देश दिया। समीक्षा बैठक के दौरान संरक्षा मदों, समयपालन, माललदान, ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ियों का संचलन, खर्चों पर नियंत्रण, रेल खंडो एवं लूप लाइन की गति बढ़ाने के संबंध में चर्चा की गयी। अंत में अपर महाप्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल गाड़ी संख्या 18201 दुर्ग-नौतनवां एक्सप्रेस में लगे अपने निरीक्षण यान से वरिष्ठ मंडल इंजीनियर(समन्वय) राकेश रंजन एवं रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारीयों के साथ वाराणसी से गोरखपुर तक विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण के लिए रवाना हुए।


More Stories
भारत में भ्रष्टाचार और अपराध के कारण तथा उनका निवारण
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली