7 वीं बार बिहार का सीएम बनेंगे नीतीश कुमार, पहली बार वर्ष 2000 में ली थी सीएम पद की शपथ
पटना। बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी। लेकिन अबकी लड़ाई बड़ी और कड़ी थी, मगर कांटे की टक्कर में एनडीए को बहुमत मिली है और महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है। मंगलवार देर रात आए नतीजों में एनडीए ने 125 सीटें जीतकर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। राजद के नेतृत्व वाला महागठबंधन 110 सीटों पर सिमट गया। वहीं, इस बार एग्जिट पोल फिर बिहार की जनता का मन भांपने में नाकाम साबित हुए।
नीतीश कुमार छह बार बने बिहार के सीएम
नीतीश कुमार वर्ष 2000 में राजद को मात देकर पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन कुछ ही दिनों में बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से उनकी सरकार गिर गई थी। फिर 2005 में भाजपा और जदयू ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। तब भाजपा-जदयू के सीएम फेस रहे नीतीश कुमार ने 24 नवंबर 2005 को बार फिर सीएम पद की शपथ ली और पांच साल तक बिहार की सरकार चलाई। इसके बाद 2010 चुनाव में एक बार फिर जनता ने भाजपा-जदयू गठबंधन को चुना और नीतीश ने तीसरी बार 26 नवंबर 2010 को सीएम पद की शपथ ली। चार साल के बाद 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा-जदयू गठबंधन को मिली हार के बाद नीतीश कुमार ने नैतिकता के आधार पर सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और जीतनराम मांझी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन फिर 22 फरवरी 2015 को उन्होंने फिर सीएम पद की चौथी बार शपथ ली थी. तब वे भाजपा से अलग हो गए थे।


More Stories
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
भू-सम्पदा अधिनियम का उलंघन करने वाले प्रमोटर्स की पहचान कर रेरा ने लगाया जुर्माना, प्रोजेक्ट के ज़मीन की रजिस्ट्री एवं दाखिल ख़ारिज पर भी रोक
बिहार में डोमिसाइल नीति लागू, बिहार से मैट्रिक या इंटरमीडिएट करने वाले युवाओं को शिक्षक नियुक्ति में रिक्त पदों के 40 फीसद पदों पर हीं लागू होगा डोमिसाइल