बिहार में भारत बंद का दिख रहा व्यापक असर, जगह-जगह पर रोड जाम व आगजनी
किसान संगठनों द्वारा मंगलवार को आहूत भारत बंद का बिहार में भी असर दिख रहा है। राज्य में इसे महागठबंधन के घटक दलों के साथ-साथ रालोसपा और जनअधिकार पार्टी सहित अन्य विपक्षी दलों ने भी समर्थन दिया है। बंद से आपात व आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया है।
छपरा: किसान विरोधी काला कानून के खिलाफ किसानों के भारत बंद के समर्थन में महागठबंधन दलों के राजद और सीपीआई के कार्यकर्ताओं ने मढ़ौरा के राजद विधायक जितेन्द्र राय, भीम आर्मी सहित विभिन्न सहयोगी दलों ने छपरा शहर के नगरपालिका चौक, थाना चौक, ब्रह्मपुर पुल, सांढ़ा ओवर ब्रिज सहित विभिन्न चौक-चौराहे को जाम कर आगजनी कर किसान बिल का विरोध किया। वहीं गड़खा में नवनिर्वाचित राजद विधायक सुरेन्द्र राम की अध्यक्षता में जिले के गड़खा मुख्य बाजार स्थित शहीद ईन्द्रदेव चौधरी चौक पर सड़क पर उतर कर यातायात पुरी तरह बाधित कर दिया। इस दौरान बंद समर्थक केंद्र सरकार व नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए किसान विरोधी नए तीनों कृषि कानूनों को काला कानून बताते हुए इसे वापस करने की मांग कर रहे थे।
दानापुर : किसान बिल के खिलाफ आज भारत बंद है। इसको लेकर के दानापुर में राजद समर्थकों ने दानापुर के सगुना मोड़ से बेली रोड को पूरी तरह से जाम कर दिया और किसान बिल को वापस लेने की मांग की।
भागलपुर: किसान बिल के खिलाफ किसान सहित विपक्षी किसान के समर्थन में भारत बंदी को लेकर भागलपुर में सड़क पर उतरे वहीं केन्द्र सरकार के खिलाफ किसान बिल को लेकर लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी ने केंद्र सरकार को किसान बिल को काला बिल बताते हुए केन्द्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाया और बिल वापसी तक आगे अनवरत आंदोलन जारी रखने की बात कही। वही नवगछिया मे भी प्रदर्शनकारी सड़क पर आगजनी कर विरोध प्रदर्शन किया।
रोसड़ा: कृषि कानून को लेकर लगातार देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन जारी है। किसान संगठन के आवाहन पर विभिन्न दल के समर्थन के साथ आज भारत बंद का आवाहन किया गया इसे लेकर रोसड़ा शहर के मुख्य सड़क के सिनेमा चौक, गांधी चौक दुर्गा स्थान चौक पर जाम कर विभिन्न दल के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे है। धरने पर बैठे विभिन्न दल के कार्यकर्ताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कृषि के लिए लाए गए तीन कानून पूरी तरह गलत है जिससे किसान कारपोरेट घरानों के हाथों सामान बेचने को मजबूर होंगे।
मधेपुरा : जिले में असर सुबह से ही भारत बंद का असर दिख रहा है। खासकर राजद ,कांग्रेस सहित वाम दलों के नेता व कार्यकर्ता झंडा बैनर लेकर बाजार में दुकानों को बंद करा रहे हैं।
बता दें कि नये कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े देश के किसान संगठनों द्वारा 8 दिसम्बर को भारत बंद की घोषणा की गई थी। जिसके समर्थन में महागठबंधन भी शामिल होने की घोषणा की थी। इसलिए आज इस बंद को सफल बनाने मे सभी विपक्ष पार्टी सड़क पर उतर चुकी है।
अररिया में भी शहर के जीरोमाइल, चांदनी चौक, बसस्टैंड, रानीगंज रोड आदि जगहों पर बंद समर्थक 11 बजे के बाद जुटे और वाहनों का परिचालन ठप कर दिया है। और बंद समर्थकों ने सड़क पर ट्रक को रोक कर विरोध प्रदर्शन किया। टायर जलाकर कृषि कानून को वापस लेने का नारा लगाया।


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