नई दिल्ली, (एजेंसी)। पीएम किसान सम्मान निधि योजना में रजिस्टर्ड 11.66 करोड़ किसानों में से लाखों लाभार्थियों को अभी भी 2000 रुपये की किस्त का इंतजार है। अभी भी 50 लाख से ज्यादा किसानों की किस्त या तो लटकी है या फिर पेमेंट फेल हो गया है। हालांकि, मोदी सरकार 25 दिसंबर 2020 को 9 करोड़ किसानों के खातों में 18000 करोड़ रुपये किस्त के रूप में डाल भी चुकी है। आठवीं किस्त होली के आसपास आ सकती है।
इसके बावजूद तकनीकी खामियों की वजह से अभी 1 मार्च तक करीब 4 लाख किसानों के खातों में 7वीं किस्त नहीं पहुंची है। ये आंकड़े पीएम किसान पोर्टल के हैं। इसमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के किसानों की संख्या है। यहां 168183 किसानों की सातवीं किस्त पेंडिग है जबकि 49357 किसानों का पेमेंट फेल हो चुका है। किसानों का पेमेंट लटकने के मामले में दूसरा स्थान राजस्थान का है। यहां 11346 किसानों का पेमेंट पेंडिंग है। पेमेंट फेल होने के मामले में दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश है। यहां 28422 किसानों का पेमेंट फेल चुका है। तीसरे नंबर पर महराष्ट्र है, जहां 25517 किसानों के खातों में भेजी गई 7वीं किस्त नहीं पहुंची है।
अगर आपको पिछली 2000 रुपये की किस्त नहीं मिल पाई है तो हो सकता है आपके डाक्यूमेंट में कोई कमी रह गई हो। मसलन, हो सकता है आपके आधार, अकाउंट नंबर और बैंक अकाउंट नंबर में गलती हो। अगर ऐसा हुआ तो आपको आने वाली किस्तें भी नहीं मिल पाएंगी। ऐसी गलती को आप घर बैठे दुरुस्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको कॉमन सर्विस सेंटर भी जाने की जरूरत नहीं है।
पीएमम किसान सम्मान निधि स्कीम मोदी सरकार ने 24 फरवरी 2019 को शुरू किया था और यह एक दिसंबर 2018 से ही प्रभावित हो गया था। इस स्कीम के तहत सरकार छोटे किसानों को हर साल 6000 रुपये तीन किस्तों में देती है। पहली किस्त एक अप्रैल से 31 जुलाई, दूसरी किस्त एक अगस्त से 30 नवंबर और तीसरी किस्त एक दिसंबर से 31 मार्च के बीच आती है। किस्त किसानों के खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर कर दी जाती है।


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