राष्ट्रनायक न्यूज।
पटना (बिहार)। बिहार विधानसभा के बजट सेशन के दौरान मंगलवार को सदन की जारी कार्यवाही के दौरान कोरोना काल में स्कूल बंद रहने के बावजूद प्राइवेट स्कूल की ओर से फीस वसूली का मामला उठा। राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने यह सवाल उठाते हुए शिक्षा मंत्री से जवाब मांगा। विधायक के प्रश्नों के जवाब में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि- प्राइवेट स्कूलों की ओर से अभिभावकों से कोरोना काल की फीस वसूली पर सरकार की नजर है। कहा कि हमलोग खुद चाहते हैं कि कोरोना के समय हुए लॉकडाउन अवधि का स्कूल फीस नहीं नहीं लिया जाए लेकिन मसले पर स्कूल मालिकों का कहना है स्कूल बंदी के दौरान उन्होंने आॅनलाइन क्लास करवाया है।
सदन में मंत्री नीरज बबलू अपनी ही पार्टी के एक विधायक के सवाल पर फंस गए। मंत्री ने इस सवाल का ऐसा जवाब दिया कि वह विपक्ष के साथ पक्ष के भी निशाने पर आ गए। विधायक ने सर्पदंश से मौत पर मुआवजे पर सत्ताधारी भाजपा के विधायक पवन जायसवाल ने सवाल उठाया था। उन्?होंने अपनी पार्टी से मंत्री नीरज कुमार सिंह उर्फ बबलू को घेर लिया। मंत्री के जवाब पर सदन में सरकार की खूब किरकिरी हुई। सदन में जब यह सवाल आया तो वन पर्यवारण विभाग ने इसे एक बार फिर से आपदा प्रबधन विभाग को ही लौटा दिया। इसके बाद सदन में सरकार घिर गई। विधायक पवन जायसवाल ने इस पर गंभीर आपत्ति जताई। सदन में इस सवाल पर बहस होने लगी तो विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने दोनों विभागों को डिप्टी सीएम के साथ बैठक कर हल निकालने को कहा। सांप के डसने पर मौत से मुआवजे को लेकर सत्ता पक्ष के पवन जायसवाल, संजय सरावगी समेत अन्य कई विधायकों ने आरोप लगाया कि सवाल को लेकर अफसर गुमराह कर रहे हैं और एक-दूसरे विभाग में टालमटोल हो रही है। उन्होंने ऐसे अफसरों पर कार्रवाई की मांग की।


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