पटना। बिहार के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में सत्र 2021-22 में भी नामांकन प्रक्रिया विलंब से शुरू होगा। सत्र 2020-21 में भी नामांकन प्रक्रिया काफी लेट से शुरू हुआ था। कोविड-19 के कारण इस बार भी सत्र लेट से शुरू होने की संभावना बढ़ गयी है।
जेईई मेन के स्कोर पर ही बिहार के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्रों का एडमिशन होता है, लेकिन जेईई मेन अप्रैल सत्र का एग्जाम फिलहाल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने टाल दिया है। अब भी जेईई मेन के दो चरणों का एग्जाम बचा हुआ है। इस बार चार चरणों में जेईई मेन का आयोजन किया जा रहा है। छात्र के जिस चरण में बेहतर अंक प्राप्त होंगे, उसी चरण के प्राप्त अंकों के आधार पर कटआॅफ निकाला जायेगा। इस कारण जेईई मेन के दोनों चरणों की परीक्षा कब होगी, उसी पर बिहार इंजीनियरिंग कॉलेजों का एडमिशन प्रक्रिया निर्भर करता है। विशेषज्ञों की मानें तो मई में भी जेईई मेन का एग्जाम होना संभव नहीं लग रहा है। इस कारण बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया सितंबर से पहले शुरू होने की संभावना कम दिख रही है।
जेईई मेन अप्रैल की परीक्षा 27 से 30 अप्रैल तक होनी थी, लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण परीक्षा स्थगित करनी पड़ी। इस कारण अप्रैल में जो स्टूडेंट्स परीक्षा फॉर्म भरे थे उन्हीं का एडमिट कार्ड जारी किया जायेगा। इसके बाद मई सत्र के लिए फॉर्म भरने का मौका स्टूडेंट्स को दिया जायेगा। इस कारण अप्रैल सत्र के लिए एडमिशन फॉर्म भरने से वंचित स्टूडेंट्स बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए जेईई मेन मई के लिए परीक्षा फॉर्म भर सकते हैं। जेईई मेन (मई 2021) का आयोजन 24 से 28 मई तक होगा। बिहार के 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के करीब 10 हजार सीटों पर जेईई मेन के स्कोर पर ही एडमिशन होगा।


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