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सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन व रेमडेसिविर देने का दावा, रोहतास में 129 सिलेंडर जब्त, नालंदा-नवादा में 12 गिरफ्तार

पटना: संक्रमण बढ़ने के साथ जहां ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी होने लगी है, वहीं साइबर ठग भी ऑक्सीजन व रेमडेसिविर की किल्लत का फायदा उठाकर लोगों को ठग रहे हैं। रोहतास के डेहरी में कालाबाजारी के लिए रखे गए 129 ऑक्सीजन सिलेंडर जब्त किये गये, वहीं ईओयू ने नालंदा व नवादा से 12 साइबर अपराधियों को धर दबोचा।

एडीजी ईओयू एनएच खान के अनुसार, ठगों के बारे में भनक लगते एएसपी विश्जीत दयाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। अधिकांश नम्बर का लोकेशन शेखपुरा, नालंदा और नवादा मिला। छापेमारी के दौरान 12 साइबर अपराधी पकड़े गए। इनमें गुड्डु चौधरी, राममोहित चौधरी (दोनों सगे भाई), भोला मांझी, प्रमोद कुमार और बिरू प्रसाद शामिल हैं। ये सभी नालंदा के कतरीसराय के हैं। नवादा में सात दबोचे गए। इनमें युगल कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, नीतीश कुमार, अमित कुमार, विकाश कुमार, धनंजय कुमार और नीजर मालाकार शामिल हैं। ये वारसलीगंजके गंभीपुर व बहरी बिगहा के हैं। इनके पास से 47250 रुपए ,12 मोबाइल व कुछ कागजात हाथ लगे हैं। दूसरी ओर, डेहरी में पुलिस ने स्टेशन रोड स्थित विकास ट्रेडर्स में छापेमारी कर 129 आॅक्सीजन सिलेंडर को जब्त किया। कालाबाजारी मे गिरफ्तार विकास कुमार स्टेशन रोड स्थित आदर्श नगर मोहल्ला निवासी सुभाष गुप्ता का पुत्र है।

साइबर अपराधी किसी एक खास जगह के लिए ऑक्सीजन व दवा उपलब्ध कराने का दावा नहीं करते। इनके द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किए गए संदेश में एक-दो नहीं बल्कि कई शहरों के नाम के साथ मोबाइल नम्बर भी होता है। इनका दावा होता है कि उनके पास इन शहरों में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर जैसी दवाएं उपलब्ध हैं। मोबाइल नम्बर पर यदि किसी ने कॉल किया तो वे हजारों रुपए कीमत बताते हैं। पैसा मिलते ही साइबर अपराधी उस शख्स से बात करना बंद कर देते हैं।

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