पटना: बिहार में अभी प्री मानसून सीजन चल रहा और मई के आरंभ से ही आंधी पानी की बारंबारता बढ़ गई है। अप्रैल में इस बार मानक से प्री मानसून की 69 प्रतिशत कम बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार पूरे अप्रैल में सूबे में 16.6 मिमी बारिश होनी चाहिए थी लेकिन मात्र 5.1 मिमी बारिश हुई। यही वजह रही कि इस बार अप्रैल में ही लोगों को काफी गर्मी झेलनी पड़ी। लेकिन मई के आरंभ से ही प्री मानसून मेहरबान है।
सात मई तक सूबे में 16.9 मिमी बारिश हुई है जो मानक से 102 प्रतिशत ज्यादा है। मौसमविदों का कहना है कि सात मई तक प्री मानसून की बारिश 8.4 मिमी ही होनी चाहिए थी। लेकिन सूबे से गुजर रही ट्रफ लाइन की वजह से बारिश की स्थिति पिछले एक हफ्ते में लगातार बनी रही।
पिछले 24 घंटों में राज्य के उत्तरी भाग में कई जगहों पर गरज तड़क के साथ बारिश हुई। ठाकुरगंज में 30 मिमी, मोतिहारी और गोपालगंज में 20 मिमी, किशनगंज, बगहा, चनपटिया और बहादुरगंज में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, गोपालगंज, सुपौल, मधेपुरा, किशनगंज सहित आसपास के इलाकों में भी 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चली। कई जगहों पर दिन में शाम जैसे हालात हो गए। पटना, गया, भागलपुर में मौसम सुहाना बना रहा लेकिन बारिश की स्थिति नहीं देखी गई। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से राज्य के पूर्वी भाग में ओला गिरने की चेतावनी जारी की गई थी लेकिन अब तक इसकी सूचना नहीं है।
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