राष्ट्रनायक न्यूज।
पटना (बिहार)। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कोरोना महामारी के दौरान सरकार की आलोचना करने को लेकर लालू-राबड़ी परिवार पर पलटवार किया है। कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए नीतीश सरकार और एनडीए के साथ समाज का हर वर्ग एकजुटता से खड़ा है और सभी की मंशा है कि कोरोना महामारी पर जल्द से जल्द विजय प्राप्त किया जाए।
जबकि इस मुश्किल घड़ी में लालू परिवार सरकार की आलोचना करने में अपनी ऊर्जा बर्बाद कर रहा है। इस परिवार की मंशा है कि किसी तरह नीतीश सरकार को बदनाम किया जाय लेकिन प्रदेश की जागरूक जनता के आगे उनकी यह कोशिश नाकाम साबित होगी। उमेश सिंह कुशवाहा ने दावा किया कि लालू परिवार बिहार की राजनीति में अब कोई फैक्टर नहीं रहा है।
बिहार की राजनीति अब विकास के पथ पर चल रही है और यह सिलसिला 2005 से शुरू होकर अभी भी जारी है। अब 90 का दशक नहीं रहा। उस दौर को लोग याद कर अब भी भयभीत हो जाते हैं। जिसे जनता ने 15 साल पहले ही नकार दिया हो, उसकी राजनीति अब बिहार में क्या बची है
उधर, गंंगा नदी में लाशें मिलने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने प्रदेश सरकार और केंद्र पर निशाना साधा है। शुक्रवार को ट्वीट कर उन्होंने कहा कि गंगा मैया की गोद में लाशों का अंबार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है। किसकी लापरवाही से यह सब हो रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि यूपी-बिहार के बेटों अपनी जीवनदायिनी गंगा मां को बचाओ।
उन्होंने लिखा कि इतने शव गंगा में। इतनी गरीबी है कि मृतकों के परिजनों के पास जलाने के लिए लकड़ी और कफन खरीदने के पैसे नहीं हैं। इसलिए शवों को गंगा जी में बहा दे रहे हैं या दफन कर दे रहे हैं। लालू ने कहा कि कथित नीति आयोग सरकारी संपत्ति के एवज में इस पर भी कोई निजीकरण की योजना बनाने में व्यस्त होगा।


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