राष्ट्रनायक न्यूज।
पटना। चक्रवातीय तूफान ‘यास’ से निपटने की राज्य सरकार ने व्यापक स्तर पर तैयारी की है। आपदा प्रबंधन के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि बिहार में 27 से 30 मई तक आंधी, तूफान, वज्रपात तथा भारी बारिश की आशंका है। इसे देखते हुए सभी डीएम को सतर्क कर दिया गया है। ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग को भी अलर्ट रहने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 22 टीमों को तैयार कर लिया है। जहां पर तूफान का असर सबसे अधिक होगा वहां इन टीमों को तत्काल भेजा जाएगा।
नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर तथा ऊर्जा सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने भी अपने विभागों से संबंधित तैयारियों को लेकर विस्तृत जानकारी दी। उधर, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने सभी नगर निकायों के पदाधिकारियों संग समीक्षा बैठक कर यास के चलते संभावित भारी बारिश को लेकर आगाह किया। उन्होंने राज्य के नगरीय क्षेत्रों से सुगमतापूर्वक जलनिकासी के निर्देश दिए।
चक्रवाती तूफान यास को लेकर पूरे राज्य में अलर्ट है। आपदा विभाग के साथ ही मौसम विभाग ने भी लोगों से घरों में रहने और सावधानी बरतने की अपील की है। बंगाल की खाड़ी से झारखंड होता हुआ तूफान बुधवार को राज्य के दक्षिणी हिस्से से प्रवेश करेगा। इन्हीं इलाकों में इसका सबसे ज्यादा असर दिखेगा, हालांकि प्रभावित पूरा बिहार होगा। राज्य में यास का सबसे ज्यादा असर 27 और 28 मई को दिखेगा।
यास का असर मंगलवार दोपहर से ही पूरे राज्य में दिखने लगा। खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, जमुई, नवादा, मुंगेर, पटना के मोकामा और सुपौल में हल्की हवा के साथ छिटपुट बारिश भी हुई। अन्य इलाकों में भी बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने प्रदेश के हर हिस्से के लिए 30 मई तक के लिए अलर्ट जारी किया है। सभी जिलों में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश, मेघ गर्जन, ओलावृष्टि, बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। प्रदेश भर में 40 से 50 किलोमीटर की रफ़्तार से हवा चलने की आशंका है।
मौसम विभाग का कहना है कि चूंकि चक्रवाती तूफान झारखंड और बिहार के आसपास से दक्षिण पूर्व से पश्चिम और उत्तर पश्चिम की ओर ओर बढ़ रहा है। अत: इसका प्रभाव बिहार के दक्षिणी हिस्से पर अधिक होगा। इसके प्रभाव से राज्य के ज्यादातर जिलों में 26 से 30 मई के बीच हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी।
यास का असर तापमान पर भी पड़ेगा। इसमें लगातार गिरावट देखी जाएगी। वहीं, मंगलवार को संग्रामपुर, मुंगेर में 50 मिली मीटर, अमरपुर और बिहपुर 40 मिली मीटर वर्षा हुई। प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस बक्सर का दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम तक एक टर्फ लाइन बनी हुई है, जो उत्तर बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड के रास्ते समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर पर गुजर रही है।
More Stories
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली
गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन