राष्ट्रनायक न्यूज।
बांका(बिहार)। बांका के नवटोलिया के मदरसा में मंगलवार की सुबह हुए धमाके को लेकर पुलिस फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (एफएसएल) के रिपोर्ट का इंताजार कर रही है। एफएसएल रिपोर्ट में धमाके के कारण का पता चलने के बाद इसके अनुसंधान का दायरा बढ़ाने को लेकर विचार किया जा सकता है। फिलहाल बांका पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
बांका के नवटोलिया स्थित मदरसा में जोरदार धमाके से पूरी इमारत बर्बाद हो गई। इस घटना में एक मौलाना की भी मृत्यु हो गई है। धमाका कैसे और क्यों हुआ यह जानने के लिए एफएसएल की मदद ली जा रही है। एफएसएल, भागलपुर के विशेषज्ञ घटनास्थल का निरीक्षण कर चुके हैं। पुलिस मुख्यालय, एफएसएल रिपोर्ट मिलने का इंतजार कर रहा है। यदि इसके पीछे कोई बड़ी साजिश की बात सामने आती है तो पुलिस के अलावा केन्द्रीय एजेंसियां भी छानबीन में जुट सकती हैं।
वहीं, विस्फोट की जांच एटीएस ने शुरू कर दी है। बुधवार को आतंकवाद निरोधक दस्ता की सात सदस्यीय टीम पटना से बांका पहुंची और घटनास्थल पर जांच-पड़ताल की। इस बीच भागलपुर से डीआईजी सुजीत कुमार भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना करने के बाद उस जगह को सील करने का आदेश दिया। इससे पहले मंगलवार को एफएसएल की टीम भी सैंपल लेकर जा चुकी है। विस्फोट में आईईडी का उपयोग होने की आशंका है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी नहीं की गई है।
जांच के दौरान एटीएस की टीम के साथ एसपी अरविन्द कुमार गुप्ता, एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव भी मौजूद थे। डीआईजी ने भी जांच के बाद एसपी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बता दें कि मंगलवार की सुबह नवटोलिया के नूरी मस्जिद इस्लामपुर के मदरसा में भीषण विस्फोट हुआ। इसमें मदरसा ना सिर्फ ध्वस्त हुआ। बल्कि मदरसा में मौजूद मौलवी अब्दुल मोबिन अंसारी की मौत हो गई। शव को कुछ लोगों ने गायब कर दिया था, लेकिन दोपहर बाद एक अज्ञात वाहन से शव को लाकर वहीं छोड़ दिया गया। पुलिस उस अज्ञात वाहन को नहीं ढूंढ़ सकी है, न ही घायलों तक पहुंच पाई।
एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही है। एफएसएल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। हमें रिपोर्ट का इंतजार है। छानबीन के लिए पटना से विशेष टीम को भी वहां भेजा गया है। डीआईजी सुजीत कुमार के बताया कि भीषण विस्फोट से मदरसा की इमारतें ध्वस्त हुई है। विस्फोट किन कारणों से हुई है, इसकी जांच चल रही है। बहुत जल्द मामले का उद्भेदन किया जाएगा। किसी भी परिस्थिति में अपराध को अंजाम देने वाले बदमाश बख्शे नहीं जायेंगे।
घटना के 24 घंटा बीत जाने के बाद भी नवटोलिया गांव के अधिकांश घरों में ताले लटके मिले। पुरुष तो घरों में हैं ही नहीं। कुछ महिलाएं हैं जो कुछ भी बता नहीं रहीं। बुधवार को पूरे दिन पुलिस छावनी में गांव तब्दील रहा। सड़कें सूनी रहीं। राहगीर इध से आने-जाने में परहेज करते नजर आए। आसपास के गांव भी सहमे हुए हैं। साथ ही इस बात को लेकर जानने को इच्छुक हैं कि आखिरकार मदरसा में किस तरह विस्फोटक आया।
More Stories
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली
गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन